चक्रवात के चलते अस्पताल नहीं पहुंच सका ब्लड तो पुलिसकर्मी ने किया रक्तदान

चक्रवात के चलते अस्पताल नहीं पहुंच सका ब्लड तो पुलिसकर्मी ने किया रक्तदान

Tejinder Singh
Update: 2020-06-04 14:54 GMT
चक्रवात के चलते अस्पताल नहीं पहुंच सका ब्लड तो पुलिसकर्मी ने किया रक्तदान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ से जूझ रही मुंबई में बुधवार को 14 साल की एक लड़की की हिंदुजा अस्पताल में अचानक ओपन हार्ट सर्जरी करनी पड़ी। लड़की को खून की बेहद जरूरत थी, लेकिन चक्रवात के चलते ब्लड बैंक से खून नहीं आ पाया।यही नहीं लड़की के परिवार वाले भी चक्रवात और कोरोना से उपजे हालात के चलते अस्पताल नहीं पहुंच पाए, लेकिन अस्पताल में ही तैनात कॉन्स्टेबल आकाश गायकवाड ने आगे बढ़ कर अपना खून दिया और बच्ची की जान बचाई। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गायकवाड को फोन कर इस नेक काम के लिए उनकी प्रशंसा की।

हिंदुजा अस्पताल में भर्ती सना फातिमा खान नाम की लड़की की बुधवार को अचानक तबियत खराब हो गई। डॉक्टरों को फातिमा की ओपन हार्ट सर्जरी का फैसला लेना पड़ा। लेकिन इसके लिए जरूरी खून की कमी थी। लड़की को ए पॉजिटिव खून की जरूरत थी। कोरोना के चलते फिलहाल खून की कमी है। रक्त देने के लिए लड़की के परिवार का भी कोई सदस्य अस्पताल में मौजूद नहीं था। ताड़देव पुलिस स्टेशन में कार्यरत पुलिसकर्मी आकाश गायकवाड अस्पताल में ही तैनात थे। उन्हें इस परेशानी की जानकारी मिली तो गायकवाड ने आगे बढ़कर बच्ची के लिए रक्तदान की इच्छा जताई जिसे डॉक्टर ने फौरन स्वीकार कर लिया।

देशमुख ने कहा कि गायकवाड ने इंसानियत को अपना धर्म समझते हुए और पुलिस के ध्येय वाक्य ‘सद रक्षणाय’ का पालन करते हुए मुश्किल घड़ी में बच्चे की मदद की। इससे पता चलता है कि किसी भी संकट के समय पुलिस देवदूत बनकर लोगों की मदद के लिए तैयार रहती है। देशमुख ने कहा कि कोरोना हो या चक्रवात आम नागरिकों के लिए पुलिस तैयार खड़ी है। आकाश गायकवाड जैसे योद्धाओं को मेरा सलाम।  

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