रामटेक लोकसभा से मुकुल वासनिक को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं कांग्रेस कार्यकर्ता ,नहीं आ रहा कोई दमदार सामने

रामटेक लोकसभा से मुकुल वासनिक को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं कांग्रेस कार्यकर्ता ,नहीं आ रहा कोई दमदार सामने

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-07 08:43 GMT
रामटेक लोकसभा से मुकुल वासनिक को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं कांग्रेस कार्यकर्ता ,नहीं आ रहा कोई दमदार सामने

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछली बार रामटेक लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद मुकुल वासनिक को ही इस बार भी रामटेक लोकसभा से उम्मीदवार बनाने की मांग कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे हैं। जिले में चुनाव तैयारी को लेकर कांग्रेस में उत्साह व दिशा तय करने की मांग पार्टी के कार्यकर्ता ही करने लगे हैं। नागपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर कई नाम सामने लाए जा रहे हैं, लेकिन ऐसी स्थिति तैयार नहीं की जा रही है कि कार्यकर्ता किसी नेता विशेष के समर्थन में चुनाव कार्य में जुट जाएं। रामटेक लोकसभा क्षेत्र के लिए तो और भी स्थिति अलग है।

2014 के चुनाव में मंत्री रहते हुए पराजित हुए मुकुल वासनिक का इस क्षेत्र में जनसंपर्क कम हो गया है। लोकसभा चुनाव को लेकर न तो उनकी तैयारी दिख रही है, न ही अन्य किसी नेता का नाम सामने आ रहा है। लिहाजा पार्टी कार्यकर्ता बेचैन होने लगे हैं। कार्यकर्ताओं ने बैठक लेकर बकायदा बेचैनी भी व्यक्त की। सिविल लाइन स्थित चिटणवीस सेंटर में बैठक हुई। कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया कि वे वासनिक से मिलकर उन्हें रामटेक से चुनाव लड़ने का आह्वान करेंगे। कार्यकर्ताओं ने दिल्ली जाने की भी तैयारी की है। 

बैठक में 100 से अधिक कार्यकर्ता शामिल
जिला परिषद सदस्य नाना कमाले व रामटेक के पूर्व पंचायत समिति सभापति उदयसिंह यादव आव्हान पर कार्यकर्ताओं की बैठक में कांग्रेस के प्रदेश सचिव मुजीब पठान, राजा तिडके, बाबा आष्टनकर, दूधराम सवालाखे,नरेश बरवे, अभिजीत गुप्ता, विवेक मोवाडे, योगेश देशमुख, काशीनाथ प्रधान, राजू पारवे, शगुर नागानी सहित 100 से अधिक कार्यकर्ता व पदाधिकारी बैठक में थे। सोमवार को रामटेक लोकसभा क्षेत्र के सभी 6 विधानसभा मंडलों के पदाधिकारी श्री वासनिक से मिलेंगे। 

वासनिक केंद्र की राजनीति में व्यस्त 
मुकुल वासनिक कांग्रेस में केंद्रीय स्तर पर संगठनात्मक कार्यों में व्यस्त हैं। रामटेक क्षेत्र से उनका संपर्क लगभग टूट सा गया है। लोकसभा के लिए संभावित उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम के साथ कभी अमरावती, बुलढाणा तो कभी मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा जुड़ जाता है। रामटेक क्षेत्र एससी वर्ग के लिए आरक्षित है। 2014 के चुनाव में शिवसेना के कृपाल तुमाने ने उन्हें पराजित किया था। आरक्षित वर्ग आरक्षण के कारण रामटेक क्षेत्र से कांग्रेस में उम्मीदवार के तौर पर अन्य नाम भी सामने नहीं आ रहे हैं। 

समय पर उम्मीदवार तय होने की संभावना
यह चर्चा अवश्य होती है कि, समय पर किसी अन्य दल से उम्मीदवार आयात किया जा सकता है। जिला परिषद स्तर की राजनीति में सक्रिय कुछ कांग्रेस पदाधिकारी भी उम्मीदवार को लेकर अपनी सुप्त भावना प्रकट करने लगे हैं। गुटबाजी की बाधा कायम है। वासनिक समर्थकों ने दावा  किया है कि वे सेकंड लाइन के लीडर है। जिले में ऐसे नेताओं की कमी नहीं हैं जो सेकंड लाइन के नेताओं को सामने नहीं बढ़ने देना चाहते हैं। रामटेक क्षेत्र में कांग्रेस में गुटबाजी दूर करने की रणनीति पर भी काम होना चाहिए। 
 

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