चंद्रपुर में बाघ के हमले से चरवाहे की मौत, परिजन ने मांगा मुआवजा और नौकरी

चंद्रपुर में बाघ के हमले से चरवाहे की मौत, परिजन ने मांगा मुआवजा और नौकरी

Tejinder Singh
Update: 2019-01-12 10:11 GMT
चंद्रपुर में बाघ के हमले से चरवाहे की मौत, परिजन ने मांगा मुआवजा और नौकरी

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ब्रम्हपुरी तहसील के दक्षिण वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले हलदा में चरवाह पर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना शनिवार सुबह 11 बजे की है। दिवाकर गेडाम 45 ऐसा मृतक का नाम है। दिवाकर मवेशियों को चरा रहा था। ऐसे में वह गोसीखुर्द नहर समीप एक गढ्डे में शौच के लिए बैठा था, जहां घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। मौके पर वन विभाग की टीम पहुंच गई।

शव न उठाने की भूमिका
चरवाहा घर का इकलौता कमाऊ था। उसके परिवार पर बड़ा संकट टूट पड़ा है। जब तक आर्थिक मदद व परिवार के सदस्यों को वनविभाग में नौकरी नहीं मिलती, तबतक शव न उठाने का फैसला लिया गया।

बाघ का ग्रामीणों पर हमले का प्रयास
दिवाकर पर हमले की घटना गांव में पता चलते ही कुछ लोग मौके पर पहुंचे, जहां बाघ खून पी रहा था, उसे खा रहा था। उसे भागने का प्रयास करने पर बाघ ने उनपर हमले का प्रयास किया। लोग वहां से भाग खड़े हुए थे। गांव पहुंचकर , अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी गई। कई लोगें ने मौके पर पहुंच बाघ को खदेड़ दिया। बेकाबू बाघ का बन्दोबस्त करने की मांग की है।

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