नागपुर-अकोला के रेजिडेंट डाक्टरों के समर्थन में मार्ड ने बेचे फल, दो महीने से नहीं मिला वेतन

नागपुर-अकोला के रेजिडेंट डाक्टरों के समर्थन में मार्ड ने बेचे फल, दो महीने से नहीं मिला वेतन

Tejinder Singh
Update: 2018-12-25 15:17 GMT
नागपुर-अकोला के रेजिडेंट डाक्टरों के समर्थन में मार्ड ने बेचे फल, दो महीने से नहीं मिला वेतन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। करीब एक हजार रेजिडेंट डॉक्टरों को वेतन न मिलने से नाराज महाराष्ट्र एसोसिएशन (मार्ड) के सदस्यों ने मुंबई के सायन अस्पताल के बाहर फल बेंचकर अपना विरोध जताया। औरंगाबाद, अकोला, नागपुर, नांदेड, लातूर और अंबेजोगाई स्थित मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टरों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। नागपुर और औरंगाबाद में पहले ही डॉक्टर फल बेंचकर अपना विरोध जता रहे हैं, मंगलवार को मुंबई के रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी फल बेंचकर विरोध जताया।

सेंट्रल मार्ड के अध्यक्ष डॉ. लोकेशकुमार चिरवटकर ने बताया कि यह समस्या काफी समय से चली आ रही है। यह वित्तीय कुप्रबंधन का मामला है, जिसके चलते डॉक्टरों को तनख्वाह नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमने नागपुर और औरंगाबाद के अपने साथियों के समर्थन में सायन अस्पताल के बाहर फल बेचे। इसी तरह मुंबई के दूसरे अस्पतालों के बाहर भी रेजिडेंट डॉक्टर फल बेंचकर अपने साथियों को समर्थन देंगे।

चिरवटकर ने कहा कि इस मुद्दे पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन और संबंधित अधिकारियों से मैंने खुद बात की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। उन्होंने कहा कि हमें हर दूसरे महीने रेजिडेंट डॉक्टरों के वेतन भत्ते देने के लिए लिखना पड़ता है। पिछले छह महीने से यह सिलसिला चल रहा है। हमने शांतिपूर्ण विरोध का तरीका अपनाकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की है। इसके बावजूद अगर समस्या का हल नहीं निकला तो आंदोलन और उग्र होगा। 

 

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