खुद ड्रग्स बनाकर बेचने वाला गिरोह का मुखिया उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार

नागपुर खुद ड्रग्स बनाकर बेचने वाला गिरोह का मुखिया उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार

Tejinder Singh
Update: 2023-03-12 14:01 GMT
खुद ड्रग्स बनाकर बेचने वाला गिरोह का मुखिया उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर. संतरानगरी में पकड़े गए अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी में लिप्त गिरोह पर शहर पुलिस मकोका लगाएगी। इस गिरोह के सूत्रधार संदीप तिवारी (43), उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले के  ग्राम पाली निवासी को  पुलिस उसके घर से गिरफ्तार कर नागपुर लाई है। इस कार्रवाई के लिए नागपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस को उत्तरप्रदेश पुलिस की मदद लेनी पड़ी। शनिवार को आरोपी को न्यायालय ने 17 मार्च तक पुलिस की रिमांड पर भेज दिया है।  तिवारी की गिरफ्तारी के बाद ड्रग्स तस्करों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है।  सबसे पहले पुलिस ने इस गिरोह के सदस्य कुणाल गभने और गौरव कालेश्वरराव को  नागपुर-वर्धा रोड पर एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन  के पास नागपुर आते समय दोपहिया वाहन पर दबोचा था। यह जानकारी पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार ने शनिवार को पुलिस भवन सिविल लाइंस में आयोजित पत्र परिषद में दी। उन्होंने बताया कि, इससे पूर्व संदीप तिवारी मुंबई में करीब 1 हजार करोड़ की ड्रग्स तस्करी में वर्ष 2018 में लिप्त पाया गया था। वह करीब ढाई साल तक जेल में भी बंद रहा। तिवारी के राज्य के अलावा इंटरनेशनल कनेक्शन की भी जांच-पड़ताल की जा रही है।  

गिरफ्तार तस्करों की संख्या बढ़कर हुई सात 

संदीप तिवारी से पहले आरोपी कुणाल गभणे (18), तिड़के डेकाेरेशन, प्रेम नगर, झंडा चौक, शांतिनगर, गौरव कालेश्वरराव (22), प्रेम नगर, शांति नगर, नंदकिशोर कुंभलकर (37), भवानी नगर, सुविकास ले-आउट, पारडी, अक्षय येवले (29), भवानी नगर, पारडी, पंकज चरड़े (30), भवानी नगर, पारडी और अकरम चुन्नू खड्डे (32), गरीब नवाज नगर, सायन  कोलीवाड़ा, मुंबई निवासी  को गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं।  इस प्रकार गिरफ्तार तस्करों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। 

कौन है संदीप तिवारी 

संदीप तिवारी कुख्यात ड्रग्स तस्कर है। उसने बीएससी केमिस्ट्री में पढ़ाई की है। वह एक फार्मा कंपनी में नौकरी भी कर चुका है। उसे सिंथेटिक्स ड्रग्स बनाने में भी महारत हासिल है। संदीप तिवारी ने काफी समय मुंबई में बिताया था। उसके मुंबई में फ्लैट भी थे। गत 3 मार्च को नागपुर के एयरपोर्ट मेट्रो रेलवे स्टेशन के पास आरोपी कुणाल गभणे और गौरव कालेश्वरराव को दो करोड़ की करीब 2 किलो एमडी ड्रग्स के साथ जब गिरफ्तार किया गया, तब इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ।  इनकी निशानदेही पर नंदकिशोर आैर अक्षय को पकड़ा गया। पश्चात आरोपी  पंकज चरड़े आैर अकरम खड्डे को गोवा से पकड़ा गया। यह दोनों महिला दोस्तों के साथ होली मनाने गोवा गए थे। उपायुक्त अर्चित चांडक के नेतृत्व में  सहायक निरीक्षक राहुल डोंगरे की टीम ने कार्रवाई की। 

थार सहित दो महंगी कारें जब्त

संदीप तिवारी से दो महंगी कारें जब्त की गई हैं। थार नामक कार आरोपी पंकज और अकरम ने तिवारी को भेंट दी थी। थार का उत्तरप्रदेश से मुंबई एमडी ड्रग्स ले जाने में उपयोग किया जाता था।  संदीप तिवारी के घर जाने के लिए अकरम और चरड़े हवाई जहाज सफर करते थे। एमडी लेने के बाद सड़क मार्ग से मुंबई जाते थे।  

जांच के िलए ड्रग्स के सैंपल भेजे :  पुलिस आयुक्त के अनुसार प्राथमिक जांच में पता चला है कि, संदीप खुद ही एमडी ड्रग्स (सिंथेटिक्स तरीके) बनाता है और मुंबई के तस्करों से काफी कम दाम पर बेचता है। जब्त ड्रग्स असली है या नकली, सैंपल रिपोर्ट आने के बाद खुलासा होगा। पुलिस की विशेष टीमों ने इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए मुंबई, गोवा, वाराणसी और नागपुर में दबिश दी थी। दोनों कारों में गुप्त ठिकाने बनाए गए थे, जिसमें ड्रग्स छिपाकर  मुंबई तक और मुंबई से बाहर पहुंचाया जाता था।  मुंबई से नागपुर माल लाते समय कुणाल और गौरव पकड़े गए थे। नागपुर में यह माल अक्षय और नंदकिशोर को दिया जाने वाला था। पंकज और अकरम की जेल में संदीप से उनकी दोस्ती हुई थी। यहां से तीनों ने खुद का सिंडीकेट तैयार किया था।   
 

 

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