पूर्व जज का आरोप : मतदाता सूची से गायब हो गए हैं 39 लाख मतदाताओं के नाम

पूर्व जज का आरोप : मतदाता सूची से गायब हो गए हैं 39 लाख मतदाताओं के नाम

Tejinder Singh
Update: 2019-03-22 17:17 GMT
पूर्व जज का आरोप : मतदाता सूची से गायब हो गए हैं 39 लाख मतदाताओं के नाम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जनता दल (सेक्युलर) के महासचिव व पूर्व जज बीजी कोलसे पाटील ने महाराष्ट्र में मतदाता सूची से लगभग 39 लाख 27 हजार मतदाताओं के नाम गायब होने का दावा किया है। शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में पाटील ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा को दलित और मुस्लिम समाज के लोग वोट नहीं देते हैं। इसलिए भाजपा ने यह कारनामा किया है। पाटील ने कहा कि हम भारत निर्वाचन आयोग और राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय में पत्र लिखकर मतदाताओं के नाम जोड़ने की मांग की जाएगी। पाटील ने कहा कि हैदराबाद की संस्था रे लैब टेक्नोलॉजी ने एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। उन्होंने कहा कि संस्था ने मिसिंग वोटर नाम से मोबाइल एप बनाकर नागपुर दक्षिण-पश्चिम, नागपुर दक्षिण और काटोल विधानसभा क्षेत्र में 1106 परिवारों का अध्ययन किया। जिसमें से 646 पात्र वोटरों के नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किए गए हैं। इसी तरह से राज्य के 69 विधानसभा क्षेत्रों में अध्ययन किया गया है। पाटील ने कहा कि जो मतदाता अपना नाम शामिल करने के लिए फार्म भरते हैं। उसमें से अधिकांश लोगों के आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है। देश भर में 12 करोड़ वोटरों के नाम गायब हुए हैं। जिसमें 4 करोड़ दलित और 3 करोड़ मुस्लिम समाज के वोटर शामिल हैं। 

प्रदेश में जनता दल (सेक्युलर) नहीं लड़ेगी लोकसभा चुनाव 

जनता दल (सेक्युलर) महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी के महासचिव कोलसे पाटील ने कहा कि मैं औरंगाबाद से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर की तरफ से औरंगाबाद की सीट न छोड़े जाने पर कोलसे पाटील ने कहा कि मेरी उनसे कोई नाराजगी नहीं हैं। वे आज भी मेरे दोस्त हैं। 
 

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