मुनगंटीवार ने कहा- पहले कांग्रेस शासित राज्यों में लागू करो न्याय

मुनगंटीवार ने कहा- पहले कांग्रेस शासित राज्यों में लागू करो न्याय

Tejinder Singh
Update: 2019-04-15 16:49 GMT
मुनगंटीवार ने कहा- पहले कांग्रेस शासित राज्यों में लागू करो न्याय

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य वित्त मंत्री सुधीर मुनगंतीवार ने कांग्रेस को सलाह दी है कि वह अपनी न्यूनतम आय गारंटी योजना ‘न्याय’ को पहले अपने शासन वाले राज्यों में लागू करे। मुनगंतीवार ने  कहा कि कांग्रेस को खुद पता है कि उसकी महत्वाकांक्षी गरीबी-उन्मूलन योजना को लागू नहीं किया जा सकता।कांग्रेस से अपने घोषणापत्र में न्यूनतम आय योजना (न्याय) के तहत 20 प्रतिशत गरीब परिवारों को प्रतिवर्ष 72,000 रुपए देने का वादा किया है। राहुल गांधी की इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में पूछे जाने पर वित्तमंत्री ने कहा कि 2004 में भी सुशील कुमार शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र कांग्रेस सरकार ने मुफ्त बिजली, छह महीने में प्रति यूनिट केवल एक रुपये तक बढ़ाने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि शिंदे ने एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से अनाज देने का भी वादा किया था लेकिन कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष ने बाद में इसे "प्रिटिंग गलती" बता दिया। इसी तरह, हालिया राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का बेरोजगारों को भत्ता दिए जाने का वादा भी अभी पूरा नहीं हुआ। मुनगंतीवार ने कहा, ‘‘मध्यरात्रि को भी सूर्योदय हो सकता है लेकिन कांग्रेस का अपना प्रधानमंत्री नहीं हो सकता। फिर भी, यदि वे अर्थशास्त्र के महारथी हैं और अगर उनमें साहस है, तो उन्हें मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों के साथ न्याय योजना शुरू कर एक उदाहरण पेश करना चाहिए। अगर इससे वहां बेरोजगारी खत्म हो गई तो लोग शायद इस पर विश्वास करें।   

वरिष्ठ नेताओं के प्रति बेटों जैसी भावना रखते हैं मोदी 

वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा में वरिष्ठ नेताओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावनाएं वैसी ही हैं जैसी किसी बेटे का अपने माता-पिता के लिए होती हैं। भाजपा के दिग्ग्ज नेता लालकृष्ण आडवाणी और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को टिकट नहीं देने को लेकर विपक्ष लगातार सत्तारूढ़ दल, विशेष रूप से प्रधानमंत्री और पार्टी प्रमुख अमित शाह पर निशाना साध रहे हैं।  मुनगंटीवार ने कहा, ‘‘अपने बड़ों (पार्टी में) के लिए प्रधानमंत्री मोदी की शुद्ध भावनाएं हैं जैसे अपने माता-पिता के लिए किसी बेटे का होता है।’’  उन्होंने कहा कि मोदी और आडवाणी इस बात पर सहमत हैं कि 75 वर्ष की आयु पार करने के बाद, व्यक्ति को राजनीति में बने रहना चाहिए, हालांकि, नई पीढ़ी को भी मौका दिया जाना चाहिए।  मुनगंटीवार ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य भी 75 के बाद सक्रिय राजनीति करने की अनुमति नहीं देता है। इसलिए, उनका (मोदी) मानना है कि अनुभव का उपयोग राष्ट्र की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने इन दावों को खारिज कर दिया कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटों की संख्या कम हो जाएगी और जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन मोदी के नेतृत्व में यह 350 का आंकड़ा पार कर सकता है। 


 

Tags:    

Similar News