राज ठाकरे ने कहा - कश्मीर जैसा हो सकता है मुंबई-विदर्भ का हाल

राज ठाकरे ने कहा - कश्मीर जैसा हो सकता है मुंबई-विदर्भ का हाल

Tejinder Singh
Update: 2019-08-09 15:59 GMT
राज ठाकरे ने कहा - कश्मीर जैसा हो सकता है मुंबई-विदर्भ का हाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार के जम्मू- कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जाने के फैसले पर सभी लोग पेड़ा बांट रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में 371 सीटों पर धांधली हुई है उसके बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है। लोकसभा चुनाव में 371 सीटों पर हुए मतदान और मतगणना के आंकड़ों में लगभग 54 लाख 50 हजार वोटों का अंतर है, लेकिन इस पर निर्वाचन आयोग जवाब देने को तैयार नहीं है। शुक्रवार को राज ने प्रभादेवी स्थित रवींद्र नाट्य मंदिर के सभागार में पार्टी पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया था। वहां पर धारा 144 लागू कर दी गई। कश्मीर में लोगों के घरों के बाहर सेना के जवान खड़े हैं कल महाराष्ट्र, मुंबई और विदर्भ में ऐसा हो सकता है। केंद्र सरकार बहुमत के जोर पर कुछ भी फैसला कर सकती है। राज ने कहा कि अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में रोजगार पैदा किया जाएगा लेकिन जिन राज्यों में अनुच्छेद 370 नहीं थी वहां पर रोजगार क्यों नहीं उपलब्ध हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में क्यों रोजगार नहीं है। राज ने कहा कि हम ईवीएम के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। मैं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिला था। दोनों नेताओं ने माना कि इसमें कुछ तो गड़बड़ है। 

खैरे, गीते व अडसूल को जानबूझ कर हराया

राज ने कहा कि शिवसेना के चार वरिष्ठ नेता केंद्र सरकार में मंत्री न बन सके। इसके लिए औरंगाबाद में शिवसेना के उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे, अमरावती में आनंदराव अडसुड और शिरुर में आढलराव पाटील व रायगड में अनंत गीते को हरा दिया गया। राज ने कहा कि मैं यह पहला चुनाव देख रहा हूं जहां पर जीतने और हारने वाले दोनों को झटका लगा है। चुनाव जीतने वाले यह नहीं समझ आए कि जीत कैसे मिल गई और हारने वाले यह समझ नहीं पा रहे हैं कि वे चुनाव कैसे हारे। इस चुनाव परिणाम के बाद किसी के चेहरे पर जीत का भाव नहीं था। इसका कारण यह है कि सभी चीजें पहले से फिक्स हो गई थी। राज ने कहा कि कर्नाटक में लोकसभा चुनाव में 28 में से 25 सीटों पर भाजपा को जीत मिली। जबकि कर्नाटक नगर निकायों के चुनाव में 1121 सीटों में कांग्रेस को 509 सीटों पर सफलता मिली। नगर निकायों के चुनाव बैलेट पेपर हुए थे। हम इसका मतलब क्या समझें।

राज ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय भाजपा की ओर से दावा किया गया था कि 350 सीटें आएंगी। चुनाव के बाद सहयोगी दलों को मिलाकर लगभग 350 सीटें आई गई। अब राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दूसरे नेता कह रहे हैं कि 288 में से 250 सीटें मिलेंगी। फिर हम क्या बची हुई 28 सीटों पर गोटियां खलेंगे क्या। राज ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद यदि कहा जाएगा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाजनादेश यात्रा निकाली। इसका परिणाम यह हुआ कि लोगों ने जैकेट (फडणवीस) को पंसद किया।

उत्तरभारतीयों के खिलाफ आंदोलन करने वाले को भाजपा ने गले लगाया

मनसे अध्यक्ष ने कहा कि गुजरात में उत्तरभारतीयों के खिलाफ आंदोलन किया गया। गुजरात से लगभग 20 हजार उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के बाहर निकाला गया। इस आंदोलन को करने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकुर को भाजपा ने पार्टी में शामिल कर लिया। राज ने कहा कि मुझे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कोई नोटिस नहीं आई है। मुझे ईडी के अफसर अभी तक हेलो बोलने के लिए नहीं आए हैं। मुझे इन बातों का फर्क नहीं पड़ता है। 

21 अगस्त का मोर्चा टला 

राज ने कहा कि मनसे समेत विपक्षी दलों की ओर से ईवीएम के खिलाफ 21 अगस्त को निकाला जाने वाला मोर्चा बाढ़ की स्थिति के कारण स्थगित कर दिया गया है। यह मोर्चा अब 28 या 29 अगस्त को निकाला जाएगा। मोर्चे की तारीख का औपचारिक ऐलान बाद में किया जाएगा। इसी दौरान राज ने पार्टी कार्यकर्ता से कहा कि वे राज्य भर में चुनाव में बैलेट पेपर पर मतदान कराने की मांग को लेकर फार्म भरवाएं। इस फार्म को चुनाव आयोग के पास जमा करवाया जाएगा। राज ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हिदायत देते हुए कहा कि आप लोग घरों में जाने के बाद लोगों से नम्रता से पेश आइए। किसी से जबरन फार्म पर साइन मत कराइए। लोग आप को सहयोग करेंगे। 

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