नागपुर में 16 दिसंबर से शीतकालिन सत्र !,  कांग्रेस के थोरात होंगे उपमुख्यमंत्री - विधानसभा अध्यक्ष पद पर दावा छोड़ा

नागपुर में 16 दिसंबर से शीतकालिन सत्र !,  कांग्रेस के थोरात होंगे उपमुख्यमंत्री - विधानसभा अध्यक्ष पद पर दावा छोड़ा

Tejinder Singh
Update: 2019-11-29 16:56 GMT
नागपुर में 16 दिसंबर से शीतकालिन सत्र !,  कांग्रेस के थोरात होंगे उपमुख्यमंत्री - विधानसभा अध्यक्ष पद पर दावा छोड़ा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानमंडल का शीतकालिन सत्र आगामी 16 दिसंबर से नागपुर में होने की संभावना है। सूत्रों क अनुसार इस बार शीतकालिन सत्र केवल एक सप्ताह का होगा। सरकार बनने में देरी की वजह से नागपुर सत्र के समय में कटौती होगी। हर साल महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालिन सत्र का आयोजन राज्य की उपराजधानी नागपुर में होता है। आमतौर पर शीतकालिन सत्र दो से तीन सप्ताह का होता है। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन में एक माह का समय खराब होने के चलते अधिवेशन को लेकर उहापोह की स्थिति थी। सूत्रों के अनुसार शीतकालिन सत्र का आयोजन नागपुर में 16 से 21 दिसंबर के बीच होने वाला है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।   

कांग्रेस के थोरात होंगे उपमुख्यमंत्री, पार्टी ने विस अध्यक्ष पद पर दावा छोड़ा

विधानसभा अध्यक्ष पद की बजाय उपमुख्यमंत्री पद की कांग्रेस की मांग मंजूर हो गई है। इससे कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोरात के उपमुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। महाराष्ट्र विकास आघाडी के तीनों दलों के बीच सत्ता के बंटवारे में एक उपमुख्यमंत्री पद राकांपा और विधानसभा अध्यक्ष पद कांग्रेस को मिला था। कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को विधानसभा अध्यक्ष बनाना चाहती थी लेकिन उसके मित्र दल राकांपा को चव्हाण के नाम पर एतराज था। इस लिए कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद की बजाय उपमुख्यमंत्री पद की मांग की। इस पर शिवसेना-राकांपा तैयार हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार थोरात उपमुख्यमंत्री होंगे।   
 

विधानसभा में होगा विश्वास मत परीक्षण, शिवसेना का 170 विधायकों के समर्थन का दावा    

राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार शनिवार को विधानसभा में विश्वासमत परीक्षण का सामना करेगी। इसके लिए दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है। दोपहर 2 बजे से आयोजित विधानसभा के विशेष सत्र में नई सरकार के विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। जबकि रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा।  विशेष सत्र के लिए राकांपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वलसे पाटील को अस्थाई विधानसभा अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किया गया है। इसके पहले विधायकों को शपथ दिलाने के लिए भाजपा विधायक कालीदास कोलंबकर को अस्थाई अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सत्ताधारी दल ने उन्हें बदलने के लिए राज्यपाल से निवेदन किया गया। इस बीच शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि पहले हमारे पार 162 विधायकों का समर्थन था पर अब यह बढ़ कर 170 विधायकों तक पहुंच गया है। 

रविवार को होगा विधानसभा अध्यक्ष चुनाव

विशेष सत्र के दूसरे दिन रविवार, 1 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके लिए शनिवार की दोपहर 12 बजे तक नामांतन पत्र भरा जा सकेगा। जबकि रविवार, 1 दिसंबर सुबह 10 बजे तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। जरुरी होने पर रविवार की सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे सदन में मतदान होगा। इसी दिन दोपहर 2 बजे परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटील विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार होंगे।     

अपने विधायकों पर भी सत्ता पक्ष को विश्वास नहीः फडणवीस

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब सत्तापक्ष के पास बहुमत है तो नियमों के विरुद्ध अस्थाई विधानसभा अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) बदलन वाले की कोशिश क्यों हो रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विकास आघाडी को अपने विधायकों पर अभी भी विश्वास क्यों नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में किसानों की मदद का फैसला लेने की बजाय इस बात पर चर्चा हुई की गुपचुप तरीके से कैसे बहुमत साबित किया जाए।                
 

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