सीएम बोले- शिवसेना के आरोपों पर नहीं देते तवज्जो, इंतजार कीजिए देंगे जवाब, पाटील को मानहानि का नोटिस 

सीएम बोले- शिवसेना के आरोपों पर नहीं देते तवज्जो, इंतजार कीजिए देंगे जवाब, पाटील को मानहानि का नोटिस 

Tejinder Singh
Update: 2018-12-31 12:57 GMT
सीएम बोले- शिवसेना के आरोपों पर नहीं देते तवज्जो, इंतजार कीजिए देंगे जवाब, पाटील को मानहानि का नोटिस 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा राफेल रक्षा सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चौंकीदार चोर है कहकर निशाना साधने वाले बयान पर करारा जवाब दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शिवसेना के आरोपों को तवज्जो नहीं देते हैं, लेकिन शिवसेना ने प्रधानमंत्री के बारे में जो बोला है उसका उत्तर वक्त आने पर देंगे, थोड़ा इंतजार कीजिए। हर चीजों का सही समय आता है वो समय आएगा उस समय मैं सही जवाब दूंगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देशवासी अच्छी तरह से जानते हैं। भारत के इतिहास में मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनको न घर की चिंता है न अपने परिवार की फिक्र है। उन्हें न कोई संपत्ति कमानी है और न ही उनके पास जमीन जायदाद है। मोदी अपने जीवन का एक-एक क्षण देश को दे रहे हैं। उनके बारे में गलत कहने वालों से मैं इतना कहूंगा कि यदि सूरज की ओर कोई थूकेगा तो थूक उस पर ही गिरता है। सूरज पर नहीं जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राफेल रक्षा सौदे मामले में सभी चीजों का जवाब आ गया है। इसके बावजूद कोई सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानता है तो उसे नेता कहलाने का हक नहीं है। इससे पहले उद्धव ने 24 दिसंबर को पंढरपुर की सभा में राफेल सौदे के संबंध में मोदी पर चौकीदार चोर कहकर निशाना साधा था। 

अहमदनगर मनपा में शिवसेना को बिना शर्त समर्थन की तैयारी थी
अहमदनगर महानगर पालिका में महापौर पद के चुनाव में भाजपा के राष्ट्रवादी कांग्रेस से समर्थन लेने के फैसले पर उठे सवाल को लेकर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अहमदनगर मनपा में महापौर पद के चुनाव में भाजपा शिवसेना को बिना शर्त समर्थन के लिए अंतिम क्षण तक तैयार थी, लेकिन शिवसेना की तरफ से समर्थन की मांग को लेकर कोई प्रस्ताव ही नहीं आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने भाजपा के नेताओं से कहा था कि यदि शिवसेना से समर्थन की मांग का प्रस्ताव आता है तो पार्टी को समर्थन दीजिए। यदि शिवसेना से कोई मांग नहीं आती है तो आप अपने स्तर पर फैसला करिए। इसके बाद भाजपा ने महापौर पद का चुनाव लड़ने का फैसला किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महापौर पद के चुनाव में भाजपा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया है, बल्कि चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भाजपा को समर्थन दिया। इसलिए इस संबंध में राष्ट्रवादी कांग्रेस से ही सवाल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के तीन दिन पहले तक शिवसेना की तरफ से कोई बोलने के लिए तैयार नहीं था। उलटे शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने भाजपा के मंत्री गिरीश महाजन से कहा कि आप ही शिवसेना के मंत्री रामदास कदम से बात करिए। लेकिन शिवसेना ने कोई पहल ही नहीं की। 

आगामी चुनावों में नहीं दिखेगा अहमदनगर पैर्टन 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चुनावों में अहमदनगर मनपा की तरह नया राजनीतिक समीकरण नहीं दिखेगा। भाजपा आगामी चुनाव कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के विरोध में लड़ेगी। आगामी चुनाव शिवसेना के साथ लड़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गठबंधन करके ही चुनाव लड़ना चाहते हैं। हमको तो शिवसेना से अलग नहीं होना है।

गडकरी और पार्टी नेतृत्व के बीच दूरियां पैदा मत करिए 
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाल के बायनों को लेकर बचाव किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गडकरी ने स्पष्ट रूप से अपनी बातें रखी हैं। कृपया करके गडकरी को बदनाम करना छोड़ दीजिए। गडकरी एक कार्यक्रम में बैंकों के डूबने के परिपेक्ष्य में बोल रहे थे, लेकिन मीडिया का एक तबका जानबूझकर गडकरी को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। गडकरी और हमारे नेतृत्व के बीच दूरियां फैलाने का काम कर रहा है, लेकिन हमारा नेतृत्व समझदार है। उनको भी पता है कि हमारे नेता क्या बोलते हैं। गडकरी एक मंझे हुए नेता हैं वे इस प्रकार से बात नहीं करते। इससे पहले किसान नेता और वसंतराव नाईक स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने संघ को पत्र लिखकर गडकरी को कमान सौंपने की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में शीर्ष नेतृत्व को बदलने की कोई मांग नहीं है। तिवारी भाजपा के नेता नहीं हैं उन्होंने पार्टी की कभी सदस्यता स्वीकार नहीं की है। पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का मोदी पर विश्वास है। मोदी पर गडकरी का भी विश्वास है।

विपक्ष के नेता विखे पाटील को भेजा मानहानि का नोटिस 
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटील को मुंबई के विकास प्रारूप (डीपी) में एक लाख करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाने के मामले मानहानि का नोटिस भेजा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने आज ही विखे पाटील को नोटिस भेजा है। जिसमें मैंने उनसे कहा है कि आपने मुंबई डीपी के संबंध में मुझपर जो आरोप लगाए हैं उसके लिए माफी मांगिए नहीं तो मैं आपके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विखे पाटील यदि मुंबई की डीपी को कैसे बनाया जाता है यह बात समझ लिए होते तो वे मुझ पर आरोप ही नहीं लगाते। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई डीपी में सरकार ने केवल 14 बदलावा जनता से मंगाए गए सुझाव और आपत्तियों के आधार पर किए हैं। इस पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है। 
 

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