क्रिकेट: तीन साल बाद किसी एक फॉर्मेट में खेलना बंद कर देंगे कोहली, जानें क्या है वजह

क्रिकेट: तीन साल बाद किसी एक फॉर्मेट में खेलना बंद कर देंगे कोहली, जानें क्या है वजह

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-19 06:22 GMT
क्रिकेट: तीन साल बाद किसी एक फॉर्मेट में खेलना बंद कर देंगे कोहली, जानें क्या है वजह
हाईलाइट
  • कोहली ने कहा कि
  • वह समझते हैं कि अगले दो-तीन साल टीम को उनकी जरूरत है
  • कोहली ने कहा
  • वह अगले तीन साल में होने वाले दो टी-20 और एक वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में से किन्हीं दो में खेलने का फैसला लेंगे

डिजिटल डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि, वह अगले तीन साल और तीनों फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। इसके बाद वह अपने वर्कलोड को कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, वह अगले तीन साल में होने वाले दो टी-20 और एक वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में से किन्हीं दो में खेलने का फैसला लेंगे। 

कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान कोहली से 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के बाद कम से कम एक फॉर्मेट छोड़ने के बारे में पूछा गया। इस पर कोहली ने जवाब में कहा कि, मैं अगले तीन साल तक तीनों फॉर्मेट में खेलने के लिए तैयार हूं, उसके बाद ही इस बारे में बात करूंगा। 

तीनों फॉर्मेट में लगातार खेलना कठिन
कोहली ने यह स्वीकार किया कि, तीनों फॉर्मेट में लगातार खेलना कठिन है। उन्होंने कहा, थकान और कार्यभार वर्कलोड ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सभी मंचों पर चर्चा की जरूरत है। यह कोई छिपाने की बात नहीं है। पिछले 8 सालों से मैं एक साल में करीब 300 दिन खेल रहा हूं, जिसमें ट्रेवलिंग और प्रैक्टिस सेशन भी जुड़े होते हैं। 

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समय-समय पर ब्रेक लेना जरूरी
कोहली ने माना कि, समय-समय पर ब्रेक ने उनके लिए अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी वर्कलोड के बारे में नहीं सोचते। हम व्यक्तिगत रूप से ब्रेक लेना चुनते हैं, भले ही शेड्यूल आपको अनुमति न दे। खासकर वह खिलाड़ी जो सभी फॉर्मेट में खेलते हैं।

कोहली ने कहा, ब्रेक जरूरी केवल उनके प्रदर्शन के लिए नहीं है। बल्कि उस नेतृत्व के बारे में भी है, जिसके लिए उन्हें अपना दिमाग हर समय रणनीति तैयार करने में लगाना होता है। उन्होंने कहा कप्तान होना और प्रैक्टिस सेशन में हमेशा अपना बेस्ट देना आसान नहीं होता। यह आप पर भारी पड़ता है। लेकिन समय-समय पर ब्रेक मेरे लिए बहुत अच्छा काम करता है।

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अगले दो से तीन सात तक वर्कलोड से कोई दिक्कत नहीं
कोहली ने कहा, जब मैं 34 या 35 का हो जाऊंगा, तब शायद मेरा शरीर इतना वर्कलोड नहीं झेल सके। लेकिन अगले दो से तीन सात तक मुझे वर्कलोड से कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा, मैं उसी जोश के साथ आगे बढ़ सकता हूं और यह भी समझ सकता हूं कि, टीम अगले दो से तीन सालों में मुझसे बहुत योगदान चाहती है। 

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