10 साल की रेप पीड़िता बनी मां, नहीं देखा बेटी का चेहरा.. अब दी जाएगी गोद

10 साल की रेप पीड़िता बनी मां, नहीं देखा बेटी का चेहरा.. अब दी जाएगी गोद

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-17 15:13 GMT
10 साल की रेप पीड़िता बनी मां, नहीं देखा बेटी का चेहरा.. अब दी जाएगी गोद

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित मेडिकल कॉलेज में गुरुवार सुबह नौ बजे एक 10 साल की लड़की मां बनी। उसने एक बेटी को जन्म दिया। दरअसल 10 साल की यह मासूम एक रेप पीड़िता है जिसने गर्भपात के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात की अनुमति नहीं दी और इसके एक महीने बाद रेप पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया। उम्र कम होने के कारण लड़की का सिजेरियन किया गया। जन्मी बच्ची का वजन 2.5 kg है। लड़की और उसकी बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।

क्या है पूरा मामला 

13 जुलाई 2017 को 10 साल की बच्ची के पेट में दर्द होने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए। वहां जांच के बाद पता चला कि बच्ची सात माह से ज्यादा की गर्भवती है। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस को दिए बयान में बच्ची ने बताया कि उसके मामा कुलबहादुर ने ही उसके साथ गलत काम किया, वो भी कई बार। इसके बाद पुलिस ने बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट और मां की शिकायत पर आरोपी मामा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

कोर्ट ने किया था अबॉर्शन से इनकार

लड़की के पिता ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में गर्भ गिराने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। जसके बाद पिता ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह कहकर इंकार कर दिया कि गर्भ में बच्चे की उम्र 32 हफ्ते हो चुकी है और गर्भ गिराने पर लड़की की मौत हो सकती है। लड़की के पिता ने अस्पताल से मदद मांगी है कि नवजात को किसी जरूरतमंद को गोद देने के लिए मदद की जाए जिससे उसका भविष्य खराब न हो।

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