इन कारों ने पार लगाई TATA MOTERS की डूबती नैया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टाटा मोटर्स जानी-मानी कार कंपनियों में से एक है। 2010-11 में घरेलू मार्केट में इसकी बाज़ार हिस्सेदारी 14 फीसदी थी, जो कि मारुति सुजुकी के बाद सबसे ज्यादा थी। लेकिन 2012-2015 के बीच सेल्स घटने की वजह से ये पांचवें नंबर पर पहुंच गई। कोई बड़ी लॉन्चिंग न होने से भी कंपनी को झटका लगा। हालांकि, 2016 के ऑटो एक्सपो में टाटा मोटर्स ने अपनी नई इंपैक्ट डिजाइन फिलाॅस्फी के तहत व्हीकल्स की एक नई रेंज उतारी और इनके दम पर कंपनी को अपनी सेल्स के आंकड़े सुधारने में मदद मिली है।
लगातार बढ़ रही है डोमेस्टिक सेल्स
कंपनी ने जिन गाड़ियों को उतारा उनमें टियागो हैचबैक, टिगॉर कॉम्पैक्ट सेडान, हेक्सा SUV क्रासओवर और नेक्सॉन कॉम्पैक्ट SUV थीं। लॉन्च होने के बाद से इंपैक्ट डिजाइन मॉडल्स ने टाटा मोटर्स की कारोबारी किस्मत चमकाने का काम किया है। अप्रैल 2016 में टियागो के लॉन्च के बाद से टाटा मोटर्स की डोमेस्टिक सेल्स लगातार बढ़ रही है। टियागो ने टाटा मोटर्स को काफी मजबूती दी है।
हर महीने बिक रही हैं 6,000 से ज्यादा टियागो
हर महीने 6,000 यूनिट्स से ज्यादा टियागो की सेल्स हो रही है। टियागो के लॉन्च के दौरान अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार मेसी के ब्रांड इंडोर्समेंट ने भी ब्रांड को इंडियन मार्केट में अपनी पकड़ जमाने में मदद की। टाटा मोटर्स ने हाल में गुजरात के अपने साणंद प्लांट से हैचबैक टियागो की 1,00,000वीं यूनिट पेश की है। टाटा मोटर्स ने इस साल जनवरी में हेक्सा SUV लॉन्च की। इस SUV ने टाटा मोटर्स के पुराने होते SUV पोर्टफोलियो में फ्रेशनेस लाने का काम किया।
15,930 यूनिट्स रही टिगॉर की सेल्स
टाटा मोटर्स की दूसरी SUV की तुलना में हेक्सा के सेल्स के आंकड़े बेहतर रहे हैं। सियाम के मुताबिक, अप्रैल-अक्टूबर 2017 के दौरान टाटा मोटर्स ने हेक्सा की 8,055 यूनिट्स बेचीं। टाटा मोटर्स ने मार्च 2017 के आखिर में टिगॉर कॉम्पैक्ट सेडान उतारी। अप्रैल-अक्टूबर 2017 के दौरान टिगॉर की सेल्स 15,930 यूनिट्स की रही।
नेक्सॉन को मिला शानदार रिस्पॉन्स
टाटा मोटर्स की नेक्सॉन को इंडियन मार्केट में शानदार रिस्पॉन्स मिला है। टाटा मोटर्स ने सितंबर और अक्टूबर में इसकी 5,871 यूनिट्स बेची हैं। हालांकि, मारुति सुजुकी की विटारा ब्रेजा इस दौरान हर महीने 10,000 से ज्यादा यूनिट्स बिकी है। इन कारों के दम पर टाटा मोटर्स अपनी खोयी पहचान पाने में कामयाब तो रही है, लेकिन पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में अपनी बैठ जमाने के लिए कंपनी को अभी और मशक्कत करनी होगी।
Created On :   28 Nov 2017 10:55 AM IST