Death Anniversary: पिता को याद कर भावुक हुए अजय देवगन, कहा- आपकी उपस्थिति हमेशा महसूस होती है

Ajay Devgn gets emotional remembering late father, I can feel you beside me
Death Anniversary: पिता को याद कर भावुक हुए अजय देवगन, कहा- आपकी उपस्थिति हमेशा महसूस होती है
Death Anniversary: पिता को याद कर भावुक हुए अजय देवगन, कहा- आपकी उपस्थिति हमेशा महसूस होती है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आज से एक साल पहले, अजय देवगन ने अपने पिता वीरू देवगन को कार्डिएक अरेस्ट में खो दिया था। दिवंगत एक्शन डायरेक्टर को उनकी पहली डेथ एनिवर्सरी पर उनके बेटे ने एक भावनात्मक इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से श्रद्धांजलि दी। अजय देवगन के शेयर किए वीडियो में उनके पिता के साथ बिताए बेहतरीन पलों की अनदेखी तस्वीरें है। उन्होंने एक दिल को छू लेने वाला नोट भी लिखा और अपने पिता को याद किया।

इंस्टाग्राम पर अजय देवगन ने किया वीडियो शेयर
वीडियो में वीरू देवगन और अजय देवगन की अलग-अलग ओकेजन की मोनोक्रोमेटिक तस्वीर दिखाई देती है। कोई तस्वीर फिल्म के सेट की तो कोई फोटोशूट और आउटिंग की है। इन तस्वीरों के साथ बेहतरीन बैकग्राउंड म्यूज़िक भी है। वीडियो को शेयर करते हुए अजय देवगन ने कैप्शन में लिखा, "डैड एक साल हो गया आपको हमें छोड़कर चले जाने का। लेकिन मुझे आपकी उपस्थिति हमेशा महसूस होती है, वहीं शांत, ध्यान रखने वाले।" इससे पहले एक इंटरव्यू में अजय देवगन ने कहा था कि उनके पिता उनकी लाइफ के सिंघम है। अजय को स्टार बनाने का श्रेय उनके पिता को जाता है। 

फेमस एक्शन डायरेक्टर थे वीरू देवगन
बता दें कि वीरू खुद स्टार बनने का सपना लेकर मुंबई आए थे, लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हो सका। वो एक्टर तो न बन सके, लेकिन बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर एक्शन डायरेक्टर जरूर बन गए। उन्हें एक्शन फिल्मों के लिए पूरा बॉलीवुड जानता है। उन्होंने 1994 दिलवाले, 1983 हिम्मतवाला, 1988 शहंशाह जैसी सुपरहिट फिल्मों में बतौर एक्शन डॉयरेक्टर के तौर पर काम किया है। 80-90 के दशक की फिल्मों में वीरू देवगन ने एक्शन और फाइट की सीन को भी कॉरियोग्राफ किया था। वीरू देवगन का जन्म अमृतसर में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम वीणा देवगन है। वीरू देवगन के दो बेटे हैं अजय देवगन और अनिल देवगन। 27 मई 2019 को उनका कार्डिएक अरेस्ट के बाद निधन हो गया था।

क्या है कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट तब होता है, जब दिल के अंदर वेंट्रीकुलर फाइब्रिलेशन पैदा हो। आसान भाषा में कहें तो इसमें दिल के भीतर विभिन्न हिस्सों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान गड़बड़ हो जाता है, जिसकी वजह से दिल की धड़कन पर बुरा असर पड़ता है। इसके इलाज के लिए कार्डियोपल्मोनरी रेसस्टिसेशन (CPR) दिया जाता है। इससे हार्ट रेट नियमित किया जाता है। डिफाइब्रिलेटर के जरिए बिजली के झटके दिए जाते हैं। जिससे दिल की धड़कनों को वापस लाने में मदद मिलती है।  

 

 

Created On :   27 May 2020 11:14 AM GMT

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