भारत के नागरिकों को मिला आर्थिक व सामाजिक समानता का अधिकार

भारत के नागरिकों को मिला आर्थिक व सामाजिक समानता का अधिकार
व्याख्यानमाला में न्यायमूर्ति भूषण गवई ने कहा

डिजिटल डेस्क, अमरावती। भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. बाबासाहब आंबेडकर दूरदर्शी थे। इस कारण संविधान से हमारे देश के नागरिकों को आर्थिक व सामाजिक समानता का अधिकार मिला है। ऐसा प्रतिपादन सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति भूषण गवई ने किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 8 महीने का समय लगा। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ तथा 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान के मसौदे को स्वीकृत कर 26 जनवरी 1950 को संविधान देश में लागू किया गया। उसके बाद से कई बार संविधान में संशोधन किए गए। संशोधन से केशवानंद भारती ने समानता का जो सपना देखा था, वह पूरा हुआ।

डॉ. पंजाबराव मेमोरियल मेडिकल काॅलेज परिसर स्थित छत्रपति श्री शिवाजी महाराज ऑडिटोरियम में स्व. एड.डी.आर. सिन्हा स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला में वह बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन अमरावती जिला वकील संघ की ओर से किया गया था। व्याख्यानमाला में न्या.गवई ने वकीलों को भारतीय संविधान के मूलभूत रचना व सिध्दांत पर मार्गदर्शन किया। इस समय मंच पर अमरावती जिला वकील संघ के अध्यक्ष एड्. शिरीश जाखड, प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश मोहन देशपांडे, एड.अभिषेक निस्ताने, एड. उमेश इंगले उपस्थित थे। व्याख्यानमाला की शुरुआत उपस्थित अतिथियों के हाथों दीप प्रज्वलन तथा डॉ.बाबासाहब आंबेडकर, डाॅ. पंजाबराव देशमुख व स्व.एड. डी.आर. सिन्हा के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। इस अवसर पर अमरावती जिला वकील संघ की ओर से न्यायमूर्ति भूषण गवई को शाल, श्रीफल व सम्मानचिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस समय न्यायमूर्ति गवई ने भारतीय संविधान में समय-समय पर किए गए संशोधन की उदाहरण के साथ विस्तृत जानकारी दी। जिसमे मूलभूत अधिकारों का उल्लेख होता है।

संविधान में संशोधन व डायरेक्टिव प्रिंसिपल की वजह से ही भारत में समानता व न्यायपूर्ण स्थिति निर्माण हुई है। अपने अध्यक्षीय भाषण में एड. शिरीश जाखड ने कहा कि व्याख्यानमाला की शुरुआत वर्ष 2002 से की गई। सर्वप्रथम व्याख्यानमाला में एड. गोडे ने मार्गदर्शन किया था। व्याख्यानमाला की वजह से नए वकीलों को काफी लाभ मिला है। कोरोना काल में पाबंदियां होने से व्याख्यानमाला नहीं हो पायी। प्रस्तावना डॉ. उमेश इंगले ने रखी। उन्होंने स्व. एड्.डी.आर. सिन्हा के उल्लेखनीय कार्यों पर प्रकाश डाला। संचालन एड्. नीता तिखिले ने तथा आभार प्रदर्शन एड. अभिषेक निस्ताने ने किया। कार्यक्रम में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख, एड. कोल्हटकर, एड. ए.सी. गायकवाड, विधि महाविद्यालय की प्राचार्य वर्षा देशमुख सहित बार कौंसिल के सदस्य व संपूर्ण जिले से बड़ी संख्या में वकील व नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

Created On :   25 July 2023 3:48 PM IST

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