अमरावती में 100 पलंगवाले आईसीयू के लिए जगह की तलाश

अमरावती में 100 पलंगवाले आईसीयू के लिए जगह की तलाश
सरकारी अस्पताल में स्टाफ की कमी

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिला स्तर पर सरकार द्वारा जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज से संलग्नित 100 पलंग के अतिदक्षता विभाग (आईसीयू) को 2021 में मंजूर किया था लेकिन इसके लिए अब तक जगह नहीं मिली है। कोविड के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया लेकिन एक बार फिर शासन स्तर पर विषय रखा गया है। इसी के साथ उसके लिए जिला अस्पताल परिसर में ही नेत्ररोग विभाग के पीछे बने क्वार्टर की जगह पर आईसीयू के लिए जमीन की संभावना तलाशी जा रही है। 4 मंजिल के इस आईसीयू में सारी सुविधाएं होंगी जिससे मरीजों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।

स्टॉफ की कमी के कारण बंद है 11 नंबर वार्ड : जिला अस्पताल में स्टॉफ की कमी के कारण 11 नंबर वार्ड बंद कर रखा है। हैरानी की बात यह है कि इसकी वजह से दूसरे वाार्ड में एक पलंग पर दो-दो मरीजों को एक पलंग पर लेट कर उपचार करवाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, कुछ मरीजों का तो जमीन पर लेटा कर उपचार किया जा रहा है। हाल ही में विधायक रवि राणा के दौरे के समय यह मुद्दा जमकर उछला लेकिन फिर मामला शांत पड़ गया।

स्टॉफ भी एक बड़ी चुनौती : जिला अस्पताल में फिलहाल 6 पलंग का आईसीयू है। हैरानी की बात यह है कि उसके लिए भी स्टॉफ उपलब्ध नहीं होने की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही हालत जिला अस्पताल के साथ ही ट्रॉमा केयर यूनिट की है। कैजुअल्टी में एक समय में सिर्फ एक सीएमओ होने की वजह से गंभीर मरीजों को विशेषज्ञों के उपचार का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसमें न्यूरो सर्जन तो जिला अस्पताल में है ही नहीं। इसके अलावा प्रमुख रूप से रेडियोलॉजिस्ट, अस्थि रोग विशेषज्ञ, सामान्य सर्जन, नाक, कान और गला रोग विशेषज्ञ, डेंटल, मेडिसिन आदि का लाभ नहीं मिल रहा है।

सभी कैटेगरी के मरीजों के लिए आरक्षित हैं पलंग : 100 पलंग के आईसीयू में आईसोलेशन से लेकर विभिन्न कैटेगरी जैसे वाले आदि जैसे डायलिसिस के मरीजों के लिए पलंग आरक्षित किए गए हैं। फिलहाल यह प्रस्ताव है और करीब 3 साल से फाइल में है। ऐसे में यह कब जमीन पर आता है यह देखना होगा।

Created On :   30 Jun 2023 4:29 PM IST

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