Sambhaji Nagar News: पीएमओ के नकली सचिव की कार से मिले सरकारी बोर्ड और तिरंगा, नेताओं - अधिकारियों से संबंधों की जांच तेज

पीएमओ के नकली सचिव की कार से मिले सरकारी बोर्ड और तिरंगा, नेताओं - अधिकारियों से संबंधों की जांच तेज
  • शाही विवाह में वीआईपी बनकर पहुंचा आरोपी
  • 22 नवंबर तक पुलिस कस्टडी

Sambhaji Nagar News. वालूज में आयोजित एक भव्य विवाह समारोह में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के सचिव और नीति आयोग के सदस्य होने का झांसा देने वाले एक ठग का रविवार, 16 नवंबर को पर्दाफाश हुआ। आरोपी अशोक भारत ठोंबरे और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को 22 नवंबर तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया। यह मामला स्थानीय पुलिस की सतर्कता और विशेष शाखा की त्वरित कार्रवाई से उजागर हुआ।

कैसे पकड़ा गया नकली सचिव?

रविवार को होटल ग्रैंड सरोवर में मराठवाड़ा के एक भाजपा नेता की बेटी का शाही विवाह हो रहा था। कार्यक्रम में आयोजकों ने मंच से ठोंबरे को ‘PMO सचिव’ बताते हुए सम्मानित करने की घोषणा की। समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संभावित उपस्थिति और कड़े सुरक्षा इंतज़ामों को देखते हुए विशेष शाखा को इस वीआईपी की कोई पूर्व सूचना नहीं मिली थी।

शक होने पर पुलिस ने ठोंबरे से सरकारी पहचान पत्र मांगा, जो वह प्रस्तुत नहीं कर सका। पूछताछ में वह हड़बड़ा गया और अंततः फर्जी अधिकारी होने की बात स्वीकार कर ली।

कैसे बनाता था खुद को बड़ा अधिकारी?

पुलिस ने आरोपी की किराए की इनोवा (MH12 SN 9892) की तलाशी के दौरान ‘भारत सरकार’ लिखे दो छोटे बोर्ड और तिरंगा बरामद किया। पुलिस के अनुसार, इनका उपयोग वह खुद को वरिष्ठ सरकारी अधिकारी दर्शाने के लिए करता था।

होटल में दोबारा छापेमारी, सबूतों की तलाश

सोमवार शाम पुलिस आरोपियों को लेकर दोबारा उसी होटल में पहुंची, जहाँ वह वीआईपी गेट से एंट्री लेकर विशेष कमरे में ठहरा हुआ था। पुलिस ने विस्तृत जांच कर आवश्यक दस्तावेजों व सीसीटीवी फुटेज की तलाश की।

बीड़ कनेक्शन और राजनीतिक पहुंच की जांच

अशोक ठोंबरे मूल रूप से उंदरी (केज), जिला बीड़ का निवासी है जबकि उसका साथी धाराशिव का है। वह कई वर्षों से दिल्ली में रहकर खुद को PMO का वरिष्ठ अधिकारी बताने की कहानी गढ़ता था।

सूत्रों के अनुसार

बीड़ व मराठवाड़ा के कुछ नेताओं से उसकी अच्छी पहचान बनी थी।

कुछ नेता दिल्ली में काम निकलवाने के लिए उसकी कथित ‘कंसल्टेंसी’ सेवाएं लेते थे।

पिछले 10 वर्षों में वह कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहा है।

कुछ सरकारी अधिकारियों से भी उसके निकट संबंध होने की आशंका है।

पुलिस अब इन सभी रिश्तों और आर्थिक लेनदेन की गहन जांच कर रही है।

खोपोली के रिसॉर्ट में ठहरने की जानकारी भी मिली

विवाह समारोह में आने से पहले आरोपी नई मुंबई के पास खोपोली के एक रिसॉर्ट में भी ठहरा था। पुलिस को इस संबंध में भी इनपुट मिल चुके हैं। कस्टडी में कई रहस्यों के खुलासा होने की उम्मीद पुलिस कस्टडी के दौरान आरोपी से निम्न बिंदुओं पर पूछताछ होगी, सूत्रों के अनुसार, कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।

राजनीतिक नेताओं से संबंध

सरकारी अधिकारियों से संपर्क

पिछले 10 वर्षों की फर्जी गतिविधियां

‘कंसल्टेंसी’ के नाम पर कमाईअन्य संभावित ठगी के मामले


Created On :   18 Nov 2025 5:46 PM IST

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