‌Bhandara News: बायपास बनाते समय अंडरपास नहीं छोड़ने से लगाना पड़ता है दो किमी का चक्कर

बायपास बनाते समय अंडरपास नहीं छोड़ने से लगाना पड़ता है दो किमी का चक्कर
  • सांसद पडोले की उपस्थिति में ग्रामीणों ने एनएचएआई केे अधिकारियों के समक्ष रखी समस्याएं
  • पुल व मार्ग का निर्माण कार्य निकृष्ट होने का लगाया आरोप

‌Bhandara News सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए बायपास मार्ग पर अशोकनगर, फुलमोगरा, कोरंभी, कारधा, भीलेवाड़ा, पलाड़ी में पुल बनाए गए। लेकिन पलाडी की ओर जाने के लिए अंडरपास नहीं छोड़ा गया है, जिससे ग्रामीणों को गांव की ओर जाने के लिए दो किमी का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। इससे दुर्घटना होने का भी खतरा बढ़ा है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद ओवरब्रिज का काम घटिया दर्जे का होकर अब इसकी गुणवत्ता पर ही सवाल उठ रहे हैं।

इस बारे में मंगलवार, 10 जून को परिसर के ग्रामीणों नेे सांसद प्रशांत पडोले की उपस्थिति में एनएचएआई के अधिकारी पी.डी. सिन्हा के सामने अपनी समस्याएं रखी। समस्याआंे को सुनकर सांसद प्रशांत पडोले ने अधिकारी को जमकर फटकार लगाई तथा ग्रामीणों के आने-जाने की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए। डॉ. पडोले ने कहा कि भीलेवाड़ा, कारधा, कोरंभी, अशोकनगर में किए गए ओवरब्रिज का काम पूरी तरह से घटिया दर्जे का है। इससे आने-जाने में बड़ी दिक्कतंे होती हैं।

पिचिंग ठीक से नहीं की गई। पुल का निर्माण डीपीआर के अनुरूप नहीं है। वहीं, पुल पर पानी जमा हो रहा है। गोसीखुर्द और पर्यावरण विभाग की अनुमति के बिना भी वैनगंगा नदी के किनारे ओवर ब्रिज का काम किया गया है, ऐसा आरोप लगाया गया। बताया गया कि, पलाड़ी, कोका गांव के नागरिकों को सिंगोरी फांटे से भंडारा तक दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।

ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बावजूद नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने इस ओर पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। नागरिकों ने पलाड़ी फाटे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं के लिए बायपास का घटिया निर्माण कार्य जिम्मेदार होकर पालड़ी स्थित फाटे पर जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनाने की मांग की गई। इस समय सांसद पडोले ने ग्रामीणों की मौजूदगी में एनएचएआई के अधिकारियों को ग्रामीणों के आने-जाने की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

Created On :   11 Jun 2025 2:50 PM IST

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