Nagpur News: अधिसूचना जारी : 4 सदस्य प्रभाग पद्धति से ही नागपुर मनपा चुनाव

अधिसूचना जारी : 4 सदस्य प्रभाग पद्धति से ही नागपुर मनपा चुनाव
  • 38 से बढ़कर 42 हो सकती है प्रभाग संख्या
  • सदस्य संख्या भी बढ़ने की संभावना

Nagpur News मनपा चुनाव का बहुप्रतीक्षित इंतजार खत्म होने को है। राज्य सरकार ने प्रभाग रचना के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार मनपा चुनाव 4 सदस्यीय प्रभाग पद्धति से ही होगा। प्रभागों की संख्या बढ़ सकती है। फिलहाल 38 प्रभाग हैं। यह बढ़कर 42 तक जा सकते हैं। शहर का अंतिम प्रभाग 3 सदस्यीय या फिर 5 सदस्यीय हो सकता है। प्रभागों की संख्या बढ़ती है, तो सदस्य संख्या भी बढ़ेगी। प्रभागों की संख्या बढ़ने के साथ जनसंख्या-क्षेत्रफल भी बढ़ने का अनुमान है। मौजूदा प्रभाग जनसंख्या 60 हजार के आस-पास है। यह बढ़कर 70 से 75 हजार तक जा सकती है।

नये सिरे से प्रक्रिया शुरू होगी : 10 जून को राज्य सरकार के नगर विकास विभाग ने अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना अनुसार मनपा को प्रभाग रचना के लिए नये सिरे से प्रक्रिया शुरू करनी होगी। यह अधिसूचना ‘अ’ वर्ग महानगरपालिका नागपुर, पुणे, ‘ब’ वर्ग मनपा ठाणे, नाशिक, पिंपरी-चिंचवड और ‘क’ वर्ग मनपा नई मुंबई, वसई-विरार, छत्रपति संभाजी नगर, कल्याण डोंबीवली के लिए जारी की गई है।

मसौदा पेश करने को कहा : मनपा आयुक्त को प्रारूप प्रभाग रचना तैयार कर राज्य निर्वाचन आयोग को मान्यता के लिए पेश करने को कहा गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त को उसे मंजूर करना है। इसके बाद मनपा आयुक्त प्रारूप प्रभाग रचना प्रकाशित करेंगे। यह प्रकाशित होने के बाद इस पर आपत्ति व सुझाव मांगे जाएंगे, जिस पर सुनवाई होगी। प्राधिकृत अधिकारी द्वारा सुनवाई के बाद अंतिम प्रभाग रचना का प्रस्ताव राज्य निर्वाचन आयोग की मान्यता के लिए भेजा जाएगा। अंतिम प्रभाग रचना को मंजूरी मिलने के बाद उसे जनता के लिए जारी किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार यह प्रक्रिया से जल्द से जल्द पूरी करनी होगी।

अधिसूचना में यह कहा

नये दिशा-निर्देश जारी करते हुए सरकार ने मनपा आयुक्त को प्रभाग रचना की तैयारियों में जुटने का आदेश दिया है। प्रभागों की रचना नये सिरे से की जाएगी। इसके लिए गूगल मैप का सहारा लिया जाएगा।

विधानसभा मतदाता सूची अनुसार प्रभाग तय किए जाएंगे। इसके लिए ‘अ’, ‘ब’, ‘क’, ‘ड’ और सदस्य संख्या बढ़ने पर ‘ई’ का सहारा लिया जाएगा। प्रभाग की जनसंख्या में 10 प्रतिशत कम या ज्यादा हो सकती है।

उत्तर दिशा से प्रभाग की रचना होगा। उत्तर से शुरूआत कर उत्तर-पूर्व, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण दिशा में प्रभाग की गणना की जाएगी।

प्रभाग की सीमा निश्चित करते समय बड़े रास्ते, गली, नदी, नाले, पहाड़, रास्ते, रेलवे मार्ग, फ्लाई ओवर आदि प्राकृतिक सीमाओं का ध्यान रखना होगा। यह तय करते समय इमारत, चाल, मकान का विभाजन न हो, इसे भी ध्यान में लेना होगा। खासकर अनुसूचित जाति-जनजाति बस्तियों का विभाजन न करने के निर्देश अधिसूचना में दिए गए हैं।


Created On :   11 Jun 2025 11:16 AM IST

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