‌Bhandara News: दिव्यांग होने का फर्जी प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाने के मामले में दो को नोटिस

दिव्यांग होने का फर्जी प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाने के मामले में दो को नोटिस
20 कर्मचारियों की हुई जांच

‌Bhandara News जिले में फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी पाने वाले कर्मचारियों की जांच हो रही है। वहीं इस अभियान के तहत पहली बार दो फर्जी विकलांगता कर्मचारी का पता चला हैं। भंडारा जिला परिषद प्रशासन द्वारा की गई जांच में अब तक दो ग्राम सेवकों के फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र सामने आए हैं। इसके बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्हें नोटिस जारी कर सेवा अवधि के दौरान प्राप्त वेतन की वसूली करने का आदेश दिया गया है।

जिला परिषद प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिला परिषद में वर्तमान में 323 दिव्यांग अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें 169 शिक्षक, 113 गैर शिक्षण कर्मचारी और 41 ग्राम सेवक शामिल हैं। जिनकी नियुक्ति विकलांगता प्रमाणपत्र के आधार पर हुई है। इन सभी के प्रमाणपत्र जांच के लिए जिला शल्य चिकित्सक के पास भेजे गए थे।

प्रत्येक कर्मचारी को अपने प्रमाण पत्र की जांच कर संबंधित विभाग प्रमुख को रिपोर्ट प्रस्तुत करना अनिवार्य था। अब तक 41 ग्राम सेवकों में से केवल 20 ने ही जांच कर रिपोर्ट सौंपी है। उनमें से दो के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं। बाकी कर्मचारियों ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं दी है। भंडारा के सामाजिक कार्यकर्ता विजय क्षीरसागर पिछले तीन सालों से फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्रों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।

उन्होंने कई बार संबंधित मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों से इन मामलों की शिकायत की थी। अब जब राज्य स्तरीय जांच शुरू हो गई है। अब क्षीरसागर की मांगों को बल मिला है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर सरकारी नौकरी पाने वालों की संख्या कम नहीं है। आने वाले दिनों में और नाम सामने आने की संभावना है।


Created On :   11 Nov 2025 2:46 PM IST

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