Bhandara News: तुमसर तहसील के ग्राम चिखला माइंस परिसर में बाघ का मुक्त विचरण

तुमसर तहसील के ग्राम चिखला माइंस परिसर में बाघ का मुक्त विचरण
  • नागरिकों में दहशत व्याप्त
  • कुछ दिनों पूर्व खेत के कुएं में मिला था बाघ का शव

Bhandara News तुमसर तहसील के ग्राम चिखला माइन्स में परिसर में दिनदहाड़े बाघ के दर्शन हो रहे हैं। जिससे ग्रामस्थों में दहशत का माहौल है। परिसर में बाघ द्वारा पालतू पशुओं के शिकार की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। जिससे क्षेत्र में बाघ का इतना डर फैल गया है कि यहां के किसान खेत पर खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। कुछ दिन पूर्व नाकाडोंगरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत चिखला माइन्स खेत परिसर के कुएं में बाघ का शव मिला था। उसके सप्ताह पश्चात चांदमारा कुरमूडा ग्राम में 3 दिनों तक डेरा डालकर गांव में घुसकर पशुधन का शिकार किया तो बीते दो दिन पूर्व महाराष्ट्र की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के कुडवा ग्राम में किसान का बाघ द्वारा शिकार किया गया। इसी शृंखला में पिछले 3 से 4 दिनों से चिखलामाइन्स के बेरबन परीसर के तालाब में रोजाना दिनदहाड़े बाघ के दर्शन हो रहे हैं। जहां बेरबन परिसर में प्रसिद्ध प्राचीन जागृत हनुमान मंदिर है, जहां हर दिन श्रद्धालुओं का आवागमन रहता है। बाघ के ऐसे दिनदहाड़े दर्शन होने से क्षेत्र की जनता में भय और डर का माहौल बना हुआ हैै।

सासरा में तेंदुए ने तबेले में घुसकर चट कर लीं बकरियां : तबेले में बंधे एक बकरे एवं एक बकरी का तेंदुए ने शिकार किया। घटना साकोली तहसील के तहत आने वाले सासरा (सानगड़ी) परिसर में सोमवार 5 मई को हुई। पशुपालक निलकंठ कुंभारे ऐसे नुकसानग्रस्त पशुपालक का नाम है।

साकोली तहसील परिसर में जंगलव्याप्त परिसर में फिलहाल बाघ एवं तेंदुए की दहशत फैली हुई है। ऐसे में सोमवार को तेंदुए ने तबेले में बंधे बकरे एवं सासरा निवासी भिमराव रुखमोडे की बकरी का शिकार किया। पास के तबेले में बंधी गाय एवं श्वान के भौंकने पर तेंदुआ भाग निकला। सुबह होते ही पशुपालक को तबेले के सामने यह दृश्य दिखाई दिया। जिसके पश्चात सानगड़ी वन विभाग को घटना की जानकारी दी गई। जानकारी मिलते ही वनरक्षक खुलसिंगे एवं वनकर्मियों ने घटनास्थन पर पहुंचकर तेंदुए के पगमार्क एवं घटनास्थल का पंचनामा किया।

इस समय पशुवैद्यकीय कर्मचारी गजबे, वन विभाग के अन्य कर्मचारी विवादमुक्त समिति अध्यक्ष चंद्रशेखर गायधने, सरपंच योगराज गोटेफोडे, एवं ग्रामस्थ उपस्थित थे। दोनो पशुपालकों ने वनविभाग से मुआवजे की मांग की है।

Created On :   6 May 2025 3:08 PM IST

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