Chandrapur News: आमजन की पहुंच से बाहर ताड़ोबा सफारी : जिप्सियों की एंट्री पर रोक की चेतावनी!

आमजन की पहुंच से बाहर ताड़ोबा सफारी : जिप्सियों की एंट्री पर रोक की चेतावनी!
सांसद धानोरकर ने वनमंत्री को पत्र लिखकर किया विरोध, कहा- 1 अक्टूबर से एक भी जिप्सी नहीं जाएगी अंदर

Chandrapur News ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के भारी प्रवेश शुल्क को लेकर जिले में नाराजगी का माहौल है। खासकर कोर जोन में शनिवार-रविवार को 12,600 प्रति जिप्सी का शुल्क तय होने से आम नागरिकों के लिए ताड़ोबा सफारी सपना बन गई है।

इस संदर्भ में चंद्रपुर की सांसद प्रतिभा धानोरकर ने वन मंत्री गणेश नाईक को कड़ा पत्र लिखकर शुल्क में कटौती की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर 1 अक्टूबर तक मांग पूरी नहीं हुई, तो जंगल सफारी के लिए एक भी जिप्सी को ताड़ोबा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

सांसद की मांग : स्थानीय नागरिकों के लिए ताड़ोबा प्रवेश शुल्क ₹2,700 (जिप्सी शुल्क) और ₹600 (गाइड शुल्क) किया जाए। आज ताड़ोबा में स्थानीयों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने वनमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है और 1 अक्टूबर से ताड़ोबा सफारी के विरोध की चेतावनी भी दी है।

बढ़ता मानव-वन्यजीव संघर्ष, घटती पहुंच : ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जनवरी 2025 से अब तक वन्यजीवों के हमले में 33 लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में भद्रावती तहसील में एक जिप्सी चालक की बाघ हमले में मौत हो गई। लोगों की जान जा रही है, और दूसरी तरफ एक बाघ देखने के लिए हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं।इससे स्थानीय नागरिकों में असंतोष गहराता जा रहा है।

वर्तमान प्रवेश शुल्क (प्रति जिप्सी)

वर्तमान में प्रवेश शुल्क (प्रति जिप्सी)

जोन दिन शुल्क

कोर सोमवार से शुक्रवार 8600 रु.

कोर शनिवार-रविवार 12,600 रु.

बफर सोमवार से शुक्रवार 7,300 रु.

बफर शनिवार-रविवार 10,300 रु.

Created On :   26 Sept 2025 4:04 PM IST

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