Chandrapur News: ताड़ोबा में बाघ को देखने उमड़ रही भीड़ , पर्यटकों की बढ़ी संख्या

ताड़ोबा में बाघ को देखने उमड़ रही भीड़ , पर्यटकों की बढ़ी संख्या
  • पद्मापुर-मोहर्ली मार्ग पर ट्रैफिक और कचरे ने बढ़ाई वनविभाग की चिंता
  • 3 शावकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

Chandrapur News ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के पद्मापुर गेट से मोहर्ली तक हर शनिवार और रविवार को पर्यटकों भारी भीड़ उमड़ रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, सप्ताहांत के शनिवार और रविवार को इस मार्ग पर लगभग 1000 चारपहिया वाहन और मोटरसाइकिलें गुजर रही हैं। इसका प्रमुख कारण मोहर्ली क्षेत्र के काला पानी परिसर का छोटी मधु बाघिन और उसके 3 शावक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना है, जिन्हें नजदीक से देखने की उत्सुकता बढ़ा दी है।

हालांकि पर्यटन में बढ़ोतरी वन क्षेत्र के लिए आर्थिक दृष्टि से लाभकारी हो सकती है, लेकिन इसके साथ ही कई गंभीर समस्याएं भी सामने आ रही हैं। मोहर्ली के रहने वाले एक जिप्सी चालक गुलशन उस समय घायल हो गए। जब वे चंद्रपुर से मोटरसाइकिल पर मोहर्ली की ओर लौट रहे थे। रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने उन्हें अचानक कट मार दी, जिससे वे असंतुलित होकर सड़क पर गिर पड़े। इस दुर्घटना में गुलशन के चेहरे पर गहरी चोट आई है और चिकित्सकों ने उनके चेहरे पर टांके लगाए हैं।

सप्ताहांत की भीड़ के कारण इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो रही है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों और वनविभाग को भारी असुविधा हो रही है। सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि पर्यटकों की भीड़ के चलते प्लास्टिक और अन्य कचरे की मात्रा में भारी वृद्धि हो रही है। यह न केवल ताड़ोबा के पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि बाघों समेत अन्य वन्यजीवों के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। वाहनों की आवाज, ध्वनि प्रदूषण और कचरे की उपस्थिति से वन्यजीवों के स्वाभाविक व्यवहार में भी बदलाव देखा जा रहा है।

वनविभाग इस समस्या से निपटने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है। पीआरटी टीम और वनकर्मियों द्वारा गश्त बढ़ाई गई है। साथ ही कचरा प्रबंधन और पर्यावरण जागरूकता को लेकर विशेष अभियान भी शुरू किए गए हैं। पद्मापुर गेट पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक उपायों पर विचार चल रहा है। वनविभाग ने पर्यटकों से अपील की है कि वे ताड़ोबा के नियमों का पालन करें, कचरा न फैलाएं, वन्यजीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और इस अमूल्य जैवविविधता की रक्षा में सहयोग करें।

Created On :   13 May 2025 3:57 PM IST

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