2 जनवरी को खोब्रागडे की जयंती: डाक विभाग करेगा स्पेशल कवर का प्रकाशन

डाक विभाग करेगा स्पेशल कवर का प्रकाशन
चंद्रपुर के प्रथम विधायक श्रीमंत देवाजीबापू खोब्रागडे की 125 वीं जयंती

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । आजादी के पूर्व काल में वर्ष 1937 में मध्य-वऱ्हाड प्रांत के प्रांतिक न्यायमंडल में चांदा-ब्रह्मपुरी मतदाता क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करनेवाले चंद्रपुर के प्रथम विधायक तथा बल्लारपुर के पहले नगराध्यक्ष श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे की 125वीं जयंती पर भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा विशेष आवरण (स्पेशल कवर) का अनावरण कर उनका गौरव किया जानेवाला है। पत्र-परिषद में उनके नाती व समिति अध्यक्ष प्रवीण खोबरागडे ने बताया कि, श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे जयंती महोत्सव समिति चंद्रपुर व बैरिस्टर राजाभाऊ खोबरागडे मेमोरियल मल्टीपर्पज सोसाइटी चंद्रपुर के संयुक्त तत्वावधान में चंद्रपुर के प्रथम विधायक व समाजसेवी श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे की 125वीं जयंती उत्सव 2 जनवरी को प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी सांस्कृतिक सभागृह में मनाई जाएगी।

सुबह 9 बजे बॅरिस्टर राजाभाऊ खोबरागडे भवन में श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे के पुतले को पुष्पहार अर्पण कर अभिवादन किया जाएगा। शाम 4 बजे भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा विशेष आवरण का अनावरण समारोह विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार, पूर्व मंत्री डा. नितीन राऊत, विधायक किशोर जोरगेवार, विमोचनकर्ता शोभा मधाले, पोस्ट मास्टर जनरल, विदर्भ क्षेत्र, नागपूर तथा श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे की बहू सुधा हेमचंद्र खोबरागडे की उपस्थिती में संपन्न होगा। कार्यक्रम के अध्यक्षस्थान पर प्रवीण हेमचंद्र खोबरागडे रहेंगे। उसके बाद प्रबोधन सभा होगी। विदर्भ के प्रसिद्ध बडे व्यापारी रहे चंद्रपुर का नाम रोशन करनेवाले श्रीमंत देवाजीबापू खोबरागडे ने तन-मन-धन से संपूर्ण जिदंगी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के आंदोलन को समर्पित रहा। उनके जीवन पर आधारित एक चित्रफित दिखाई जाएगी। साथ ही देवाजीबापू खोबरागडे के शैक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक व राजकीय कार्य' इस विषय पर खुली निबंध स्पर्धा आयोजीत की गई है, जिसे इच्छुुक स्पर्धकाें ने खुद के हस्ताक्षर में लिखीत निबंध पीडीएफ कर 31 दिसंबर तक भेजने की अपील की गई।

1956 में बाबासाहब को चंद्रपुर ले आए थे : चंद्रपुर में भिवाजी व पैकाबाई खोबरागडे के घर में 2 जनवरी 1899 को देवाजीबापू खोबरागडे का जन्म हुआ। वे बैरि.राजाभाऊ खोबरागडे के पिता थे। वर्ष 1937 में मध्य-वऱ्हाड प्रांत से स्वतंत्र मजदूर पार्टी द्वारा चांदा-ब्रम्हपुरी मतदाता क्षेत्र से प्रथम विधायक के रूप में विधानसभा में चुने गए। वे बल्लारपुर के प्रथम नगराध्यक्ष भी थे। बौद्ध धम्म का स्वीकार करने का निर्णय होने के बाद मुंबई जाकर महामानव डा.बाबासाहब आंबेडकर को चंद्रपुर आने के लिए अनुरोध किया। चंद्रपुर में 16 अक्टूबर 1956 को 3 लाख लोगों ने बौद्ध धम्म की दीक्षा ली। देवाजीबापू इस समारोह के अध्यक्ष थे। बाबासाहब के कहने पर समाज कार्य के लिए अपने पुत्र बॅरि.राजाभाऊ खोबरागडे को देकर उन्होंने अपनी निष्ठा सिद्ध की। डा. बाबासाहब के साथ उन्होंने सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक आंदोलन जनता तक पहुंचाने का काम किया। विदर्भ में दलित व पिछड़े समाज के उत्थान के लिए जनसंपर्क कर अनेक कार्यकर्ताओं को बाबासाहब के स्वाभिमानी आंदोलन को गतिमान करने के लिए प्रोत्साहित किया। खुद की पूंजी समाज की प्रगति के लिए जिदंगीभर खर्च करते रहे।

Created On :   30 Dec 2023 12:20 PM GMT

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