Chhindwara News: भीषण सडक़ हादसा, रेत से भरे डंपर ने बाइक सवार एडीओ को रौंदा, मौत

भीषण सडक़ हादसा, रेत से भरे डंपर ने बाइक सवार एडीओ को रौंदा, मौत
  • परिजनों के आरोप सही समय पर नहीं मिला चौैरई अस्पताल में इलाज
  • चौरई अस्पताल में इलाज ना मिलने की शिकायत मृतक के परिजनों ने की है।
  • जिला अस्पताल लाते वक्त रास्ते में घायल ने दम तोड़ दिया।

Chhindwara News: चौरई के डुंगरिया में शनिवार देर रात एक तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया। हादसे में बाइक सवार ग्रामीण विकास विभाग के एडीओ को गंभीर चोट आई थी। घायल को चौरई अस्पताल लाया गया। जहां समय पर डॉक्टर नहीं मिले। नर्स ने प्राथमिक इलाज देना शुरू किया था इसके बाद डॉक्टर पहुंचे और घायल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल लाते वक्त रास्ते में घायल ने दम तोड़ दिया। चौरई अस्पताल में इलाज ना मिलने की शिकायत मृतक के परिजनों ने की है।

अस्पताल चौकी पुलिस ने बताया कि परासिया जनपद में सहायक विकास विस्तार अधिकारी सिवनी के भैरोगंज निवासी 27 वर्षीय मेहुल पिता ओमप्रकाश डेहरिया शनिवार को बाइक से अपने घर जाने निकले थे। चौरई के डुंगरिया के समीप रेत से भरे डंपर ने बाइक सवार मेहुल को टक्कर मार दी।

हादसे में गंभीर रुप से घायल मेहुल को चौरई अस्पताल ले जाया गया। यहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया था। रास्ते में मेहुल ने दम तोड़ दिया। टीआई जीएस उईके का कहना है कि डंपर जब्त कर लिया गया है। मर्ग कायम कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

मां ने कहा था बस से आ जा बेटा

मेहुल के पिता ओमप्रकाश डेहरिया ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम को मेहुल ने अपनी मां लक्ष्मी को फोन कर कहा था वह छिंदवाड़ा में है और बाइक से घर आ रहा है। मां ने बेटे को बाइक से आने मना करते हुए कहा था कि बस से घर आ जा। इसके बाद दूसरा फोन आया कि मेहुल का एक्सीडेंट हो गया और वह गंभीर है।

परिजनों का आरोप नहीं मिला इलाज

परिजनों का आरोप है कि चौरई अस्पताल में मेहुल को समय पर बेहतर इलाज नहीं मिला था। समय पर इलाज मिलता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। परिजनों की माने तो ड्यूटी पर कोई डॉक्टर नहीं थे। नर्स ने चौरई से जा चुके डॉ. संदीप शर्मा को फोन लगाया और उनसे जानकारी लेकर मेहुल का इलाज शुरू किया था।

इसके बाद डॉ. प्रणय भार्गव अस्पताल पहुंचे और मेहुल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं दूसरी ओर स्टाफ की माने तो आवासीय कॉलोनी पुराने अस्पताल परिसर में है और नया अस्पताल कुंडा फाटक पर शिफ्ट कर दिया गया है। इस वजह से इमरजेंसी के वक्त डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते।

Created On :   2 Jun 2025 1:21 PM IST

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