- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- जिले का एक गांव ऐसा..जहां अब भी...
Chhindwara News: जिले का एक गांव ऐसा..जहां अब भी बच्चों को नदी पार करके पहुंचना होता स्कूल

- मोहखेड़ विकासखंड के ग्वारा पंचायत के झीलढाना गांव का मामला
- सड़क नहीं होने के कारण बिछुआ विसं के गुलसी स्कूल जाना मजबूरी
- ग्राम पंचायत से नदी में पुल बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है
Chhindwara News: जनपद पंचायत मोहखेड़ की ग्राम पंचायत ग्वारा के झीलढाना गांव के बच्चे नदी पार कर स्कूल गुलसी गांव जा रहे हैं। मोहखेड़ ब्लॉक के बच्चों को बिछुआ विकासखंड के गुलसी प्राथमिक शाला जाना होता है। दरअसल इस स्कूल तक जाने के लिए महज डेढ़ किलोमीटर का सफर करना होता है लेकिन यहां सडक़ और पुल नहीं है।
झीलढाना गांव के बच्चों को उबड़-खाबड़ रोड और बीच में आने वाली नदी को पार करके स्कूल जाना होता है। प्राथमिक शाला के बच्चे होने के कारण यह सफर खतरनाक होता है। बारिश आते ही यह गांव टापू बन जाता और ग्रामीणों को कई बार उफनती नदी पार करके स्कूल जाना होता है। दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ प्रस्ताव और भविष्य में इसे बनाने का दावा करने की बात कह रहे है।
इसलिए बने ऐसे हालात
ग्वारा ग्राम पंचायत मोहखेड़ जनपद में शामिल है, कोसमढाना, सेहराढाना, उमरिया और झीलढाना इसके आश्रित गांव हैं। झीलढाना गांव के बच्चों के लिए मोहखेड़ जनपद के कोसमढाना स्कूल है। इस गांव तक पहुंचने के लिए जंगल और कच्चे सडक़ से तकरीबन पांच किलोमीटर का सफर तय करना होता है।
ऐसे में झीलढाना के बच्चे गांव से महज डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी पर बिछुआ जनपद पंचायत में शामिल गुलसी गांव के प्राथमिक स्कूल में पढऩे जाते हैं। यह डेढ़ किलोमीटर का सफर उस वक्त खतरनाक साबित हो जाता है जब कच्ची सडक़ के बीच नदी पार करना मुश्किल होता है।
नदी में बाढ़ तो स्कूल जाना बंद
झीलढाना गांव समीपस्थ स्थित नदी पर आजादी के बाद से अब तक पुल तो दूर पाइप वाली पुलिया भी नहीं बनाई गई। ऐसे में यहां प्राइमरी और मिडिल स्कूल तक के बच्चे बारिश के सीजन में उफनती नदी को पार करते है। नदी में बाढ़ आने पर बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं इस कारण पढ़ाई भी बंद हो जाती है।
जनप्रतिनिधियों से नाराज ग्रामीण
ग्रामीण मनोहर का कहना है कि बारिश के दिनों में ग्रामीणो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस मामले में कई बार वे जनप्रतिनिधियों से पुल बनाने की मांग कर चुके हैं।, लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
मंगलसिंह ने बताया कि जब भी नदी में पानी बढ़ जाता है तो गांव के लोग एक दूसरे को रस्सी के सहारे नदी पार करवाते हैं। कुछ लोग नदी के दोनों किनारों पर सुबह से शाम तक लोगों को नदी पार करवाने का काम करते हैं।
इनका कहना है
- ग्राम पंचायत से नदी में पुल बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन स्वीकृति आज तक नहीं मिल पाई है। अभी पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चे नदी को पार कर विद्यालय जाते हैं।
मधुकर वानखेड़े, सचिव ग्वारा
- पुलिया के लिए कई पंचायत से प्रस्ताव दिया गया है। अभी भी में विभिन्न विभागों में भी अर्जी लगाई थी। लेकिन स्वीकृति अभी तक नहीं मिल पाई है। पुल बनाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है।
सुखदयाल शीलू, सरपंच ग्वारा
- ग्वारा पंचायत के झीलढाना गांव में नदी पार करके स्कूल जाने की जानकारी मिली है। इसके लिए सचिव से प्रस्ताव मांगा गया है जिसे प्रधानमंत्री सड़क योजना महाप्रबंधक को भेजा जाएगा। सडक़ के साथ पुल भी बनेगा जिसका प्रस्ताव मांगा है।
- राहुल पटेल, सीईओ जनपद पंचायत मोहखेड़
Created On :   18 July 2025 1:28 PM IST