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Gadchiroli News: गडचिरोली के त्रिवेणी संगम पर सरस्वती पुष्कर महोत्सव 15 से

- लाखों श्रध्दालुओं की उमड़ेगी भीड़
- प्रशासन ने की तैयारी
Gadchiroli News महाराष्ट्र-तेलंगाना राज्य की सीमा पर स्थित कालेश्वर में आगामी 15 मई से सरस्वती पुष्कर महोत्सव आरंभ हो रहा है। इस पुष्कर मेले में लाखों श्रध्दालुओं की भीड़ उमड़ने वाली है। इसके मद्देनजर संपूर्ण परिसर में धार्मिक, सामाजिक तथा सुरक्षा उपाययोजना युध्दस्तर पर शुरू है। आगामी 26 मई तक चलने वाले इस महोत्सव में गोदावरी, प्राणहिता तथा गुपत सरस्वती नदियाें के संगम पर श्रध्दालु पवित्र स्नान के लिए एकजुट होनेवाले हैं। । त्रिवेणी संगम स्थल होनेवाले कालेश्वर का धार्मिक महत्व काफी प्राचीन है। हर 12 वर्ष में सरस्वती नदी को मिलने वाला पुष्कर पर्व इस वर्ष इस स्थल पर मनाया जानेवाला है।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन के अनुसार इन पवित्र ंनदियों को पुष्कर काल प्राप्त होता है। संगम स्नान, दानधर्म, अभिषेक, गोदान, प्रवचन, भजन, कीर्तन, महाआरती, कालेश्वर के दर्शन के साथ विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होनेवाले है। इस वर्ष के पुष्कर महोत्सव के लिए विशेष भीड़ होने के चलते तेलंगाना सरकार ने युध्दस्तर पर नियोजन शुरू किया है। यातायात नियंत्रण, अस्थायी निवास व्यवस्था, अन्नछत्र, स्वच्छता सुविधा, प्राथमिक उपचार केंद्र, पेयजल, शौचालय का निर्माण, सीसीटीवी यंत्रणा, स्वयंसेवकों की नियुक्ति आदि पर अमल किया जा रहा है।
सुरक्षा संदर्भ में प्रशासन का आह्वान : पुष्कर पर्व के उपलक्ष्य में स्थानीय बाजारपेठ में विशेष उत्साह है। विभिन्न व्यवसायियों में तेजी की संभावना है। स्वयंसेवी संस्था व महिला बचत गुट सेवा कार्यों में जुटे हैं। श्रध्दालु संगम पर पवित्र स्नान करते समय सुरक्षा की दृष्टि से सतर्कता बरतें, भीड़ की जगह खासकर छोटे बच्चों की ओर ध्यान दें, अपने मूल्यवान वस्तूओं का ध्यान रखे तथा प्रशासन का सहयोग करें, ऐसा आह्वान तेलंगाना प्रशासन तथा पुलिस विभाग द्वारा किया गया है। साथ ही सूचना केंद्र, अन्नछत्र, स्वास्थ्य सेवा तथा मदद केंद्र का लाभ लेने का आह्वान किया गया है।
विभिन्न राज्यों से आते है श्रध्दालु : पुष्कर मेले में महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश आदि राज्य के श्रध्दालु बड़ी संख्या में आते है। साथ ही सिरोंचा, अहेरी, आलापल्ली, भामरागड़, चंद्रपुर, बीजापुर, कुमारम भीम आदि परिसर से नागरिक यहां पर आते हैं। कुछ श्रध्दालु पैदल सफर कर इस पवित्र स्थान पर आते है। धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी, संत, महंत तथा विभिन्न मठों के गुरु यहां प्रवचन के लिए उपस्थित रहने वाले है।
Created On :   14 May 2025 4:44 PM IST