नक्सलवाद का खात्मा करना ही मुख्य लक्ष्य : सेठ

नक्सलवाद का खात्मा करना ही मुख्य लक्ष्य : सेठ
जनजागरण सम्मेलन

डिजिटल डेस्क, एटापल्ली (गड़चिरोली)। जिले में वर्ष 1980 से नक्सलवाद जारी है। नक्सलवाद के कारण 600 से अधिक बेकसूर लोगों को जान गंवानी पड़ी। वहीं दर्जनों पुलिस सिपाहियों को भी अपनी जान की बाजी लगानी पड़ी। केंद्र व राज्य सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ग्रामीण इलाकों में पुलिस विभाग सरकारी योजनाएं पहुंचा रहा है। इन योजनाओं के कारण अब नक्सलियों का आधार क्षेत्र कम होने लगा है।विभाग का मुख्य लक्ष्य नक्सलवाद को समाप्त कर पूरे जिले का विकास करना है।.यह विचार राज्य के पुलिस महासंचालक रजनीश सेठ ने व्यक्त किये। शुक्रवार को एटापल्ली पुलिस थाना में पुलिस दादालोरा खिड़की योजना अंतर्गत ग्रामीणों के लिए जनजागरण सम्मलेन का आयोजन किया गया। इस समय पुलिस महासंचालक सेठ ने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए आदिवासी ग्रामीणों के साथ संवाद किया। सेठ ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ने आम लोगों के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हंै।

इन योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का कार्य पुलिस जवानों पर है। यह कार्य ईमानदारी से किए जाने के कारण अब लोगों में नक्सलियों का भय कम होने लगा है। ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य युद्धस्तर पर होने लगे हंै। विकास से ही नक्सलवाद का खात्मा हो सकता है। इस कारण लोगों को भी अब नक्सलियों का सीधा विरोध करने की जरूरत है। कार्यक्रम में पुलिस विभाग की ओर से नागरिकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया। कार्यक्रम में गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुज तारे, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) कुमार िचंता, अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख, एटापल्ली के उपविभागीय अधिकारी शुभम गुप्ता, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुदर्शन राठौड, हेड़री के उपविभागीय पुलिस अधिकारी बापूराव दडस आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। एटापल्ली के जनजागरण सम्मेलन के बाद पुलिस महासंचालक रजनीश सेठ ने तहसील के पिपली बुर्गी स्थित नवनिर्मित पुलिस मदद केंद्र को भेंट दी। इस समय पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ उन्होंने चर्चा करते हुए उनका मनोबल भी बढ़ाया।

Created On :   13 May 2023 1:53 PM GMT

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