मांग: गांव के विकास के लिए ग्रापं को विशेषाधिकार न मिले तो 16 से बंद रहेंगे ग्रापं कार्यालय

गांव के विकास के लिए ग्रापं को विशेषाधिकार न मिले तो 16 से बंद रहेंगे ग्रापं कार्यालय
  • सरपंच संगठन ने सीईओ के जरिए राज्य सरकार को भिजवाया ज्ञापन
  • ग्रापं को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे
  • लंबित समस्याओं का निवारण करने की मांग

डिजिटल डेस्क, आरमोरी (गड़चिरोली) । ग्रामीण क्षेत्र का विकास करने के साथ लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने ग्राम पंचायत कार्यालयों का गठन किया है। लेकिन वर्षों से विकास कार्यों के लिए ग्रापं कार्यालयों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ग्राम पंचायत कार्यालयों को विशेषाधिकार प्रदान कर ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं के साथ सरपंच और उपसरपंच की प्रलंबित समस्याओं का निवारण करें।

अन्यथा आगामी 16 अगस्त से जिलेभर के सभी ग्राम पंचायत कार्यालयों को ताला जड़ा जाएगा। ऐसी चेतावनी अखिल भारतीय सरपंच परिषद के पदाधिकारियों ने दी है। परिषद के जिलाध्यक्ष संदीप ठाकुर के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारियों ने गड़चिरोली पहुंचकर जिला परिषद की सीईओ आयुषी सिंह के जरिए अपनी मांगों का ज्ञापन राज्य सरकार को भिजवाया है। ज्ञापन में परिषद ने बताया कि, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने ग्राम पंचायतों द्वारा 15 लाख रुपए तक के विकास कार्य नहीं करने का आदेश जारी किया है।

यह आदेश रद्द कर सभी प्रकार के कार्य ग्रापं के माध्यम से करने का सरकारी आदेश जारी करना, सरपंच, उपसरपंच और ग्राम पंचायत सदस्यों के मानधन में वृद्धि करना आदि समेत विभिन्न मांगों के लिए आगामी 16 अगस्त से ग्रापं कार्यालय बंद आंदोलन किया जाएगा। इस समय अखिल भारतीय सरपंच परिषद के अध्यक्ष संदीप ठाकुर, सरपंच विलास उसेंडी, सरपंच विलास बावणे, राजेश लिंगायत, सतीश गुरनुले, प्रियंका कुमरे, रत्नमाला सेलोटे, शिल्पा कोल्हे, अनिता पदा, अविनाश कन्नाके, तुषार मडावी, विलास मल्लेवार आदि उपस्थित थे।

कई संदिग्ध पुलिस की रडार पर, कई हुए फरार! : बताया जा रहा है कि, घुग्घुस शहर में दो गुटों के युवाओं में विवाद हुआ था। हत्याकांड के बाद पुलिस के रडार पर और करीब आधा दर्जन संदिग्ध होने की जानकारी है। पुलिस सोमवार की रात से कई लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। सूत्रों ने बताया कि, घुग्घुस पुलिस ने मंगलवार शाम को नकोड़ा से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। जबकि इस हत्याकांड के बाद कुछ लोग फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि, यह हत्याकांड सुनियोजित था। इस कारण पहले ही पुलिस सतर्क थी और हथियार व संदिग्धों पर नजर बनाए रखी थी। बावजूद हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इस हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार कौन? हत्या की वजह क्या है? जैसे कई सवालों की गुत्थी सुलझाना पुलिस के सामने चुनौती है। दूसरी ओर बढ़ती गोलीबारी की घटनाओं से जिले की नागरिक दहशत में है।

Created On :   14 Aug 2024 1:25 PM IST

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