जबलपुर: नहीं लग सके जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी उपकरण, अधूरा काम छोड़ कंपनी हुई गायब

नहीं लग सके जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी उपकरण, अधूरा काम छोड़ कंपनी हुई गायब
  • प्रबंधन ने की कंपनी पर जुर्माना लगाने के साथ ब्लैक लिस्ट करने की अनुशंसा
  • फायर सेफ्टी से जुड़ा कार्य बंद होने से मरीजों के साथ प्रबंधन भी चिंता में है।
  • जिला अस्पताल को फायर सेफ्टी नाॅर्म्स के मुताबिक तैयार करने के लिए ठेका कंपनी द्वारा विभिन्न वार्डों में कार्य शुरू किया गया था।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अंग्रेजाेें के जमाने में बने जिला अस्पताल विक्टोरिया के पुराने भवन सहित अन्य भवनों को मिलने वाली फायर सेफ्टी की सुविधा अधर में लटक गई है। जानकारी के अनुसार जिस कंपनी को अस्पताल में अग्निशामक यंत्र एवं अन्य उपकरण लगाने का कार्य दिया गया था, वह कंपनी कार्य अधूरा छोड़कर गायब हो गई है।

जोर-शाेर से शुरू हुआ काम बीते कुछ माह से बंद है। स्थिति यह है कि जो संसाधन फायर सेफ्टी के लिए लगाए गए अथवा लगाए जाने थे, वे उसी स्थिति में पड़े हुए हैं। कंपनी के इस रवैए पर जिला अस्पताल प्रबंधन नाराज है।

बार-बार पत्राचार करने के बाद भी कोई जवाब न मिलने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने और 1 लाख रुपयों का जुर्माना लगाने की अनुशंसा प्रबंधन ने एनएचएम से की है। इधर फायर सेफ्टी से जुड़ा कार्य बंद होने से मरीजों के साथ प्रबंधन भी चिंता में है।

गर्मियाँ शुरू हो रही हैं, ऐसे में अग्निहादसों की संख्या बढ़ जाती है। बता दें कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर स्वास्थ्य विभाग सख्त है। डेढ़ वर्ष पूर्व एक निजी अस्पताल में हुई अग्नि दुर्घटना में 8 लोगों ने अपनी जान गँवा दी थी और बाद में हुई जाँच में अस्पताल में स्थाई फायर एनओसी न होने समेत कई कमियाँ सामने आई थीं, जिसके बाद अस्पताल पंजीयन के लिए फायर एनओसी को भी अनिवार्य कर दिया था।

पिछले साल अक्टूबर माह में शुरू हुआ था कार्य

फायर एक्सटिंग्विशर से चल रहा काम

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में बीते कई वर्षों से अग्नि दुर्घटना से सुरक्षा के लिए फायर एक्सटिंग्विशर(अग्निशमन यंत्र) से काम चलाया जा रहा है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर बाल्टी में भरकर रेत भी रखी गई थी।

हालांकि ये संसाधन आधुनिक फायर सेफ्टी मानदंडों के मुकाबले पिछड़े हुए हैं, जिन्हें अब अपडेट किए जाने की जरूरत है। जानकारी के अनुसार आग लगने की स्थिति में धुआँ उठते ही अलार्म बज उठे और स्प्रिंकलर्स पानी की बौछार कर आग बुझा दें, इस तरह के उपकरण लगाए जाने थे।

देर से शुरू किया कार्य, बीच में अधूरा छोड़ा

जिला अस्पताल को फायर सेफ्टी नाॅर्म्स के मुताबिक तैयार करने के लिए ठेका कंपनी द्वारा विभिन्न वार्डों में कार्य शुरू किया गया था। पानी के लिए पाइप लाइन डाली जा रही थीं। कुछ वार्डों में पाइपलाइन पहुँच गईं तो कुछ अधूरे रह गए।

कई वार्डों में तोड़-फाेड़ भी की गई और सुधारा नहीं गया। जानकारी के अनुसार एनएचएम द्वारा प्रदेश के जिला अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम लगाने का ठेका मेसर्स कीर्ति एसोसिएट्स, शक्ति नगर, रेणुसागर, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश को दिया था। कंपनी ने निर्धारित समय से 6 माह बाद कार्य करना शुरू किया और फिर बिना सूचना दिए कार्य अधूरा छोड़ दिया।

जुर्माने के साथ ब्लैक लिस्ट करने की अनुशंसा

जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी उपकरण लगाने का काम एनएचएम द्वारा मेसर्स कीर्ति एसोसिएट्स, शक्ति नगर, रेणुसागर, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश को दिया गया था। कंपनी ने देरी के साथ कार्य शुरू किया और बिना सूचना दिए कार्य बंद कर दिया।

इसकी जानकारी एनएचएम को पत्र के माध्यम से दी है। कंपनी पर 1 लाख रुपयों के जुर्माने के साथ ब्लैक लिस्ट करने की अनुशंसा की है।

डॉ. मनीष कुमार मिश्रा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल

Created On :   27 March 2024 12:13 PM GMT

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