Jabalpur News: मेडिकल-डेंटल की परीक्षा मातृभाषा में देने वालों को परीक्षा फीस में 50% छूट

मेडिकल-डेंटल की परीक्षा मातृभाषा में देने वालों को परीक्षा फीस में 50% छूट
  • अधिसूचना के साथ की कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
  • मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने जारी की अधिसूचना
  • कॉलेजों को भेजने होंगे हिन्दी में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के नाम

Jabalpur News: मातृभाषा में शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी हिन्दी में परीक्षा देकर टॉप करने वाले स्टूडेंट्स को उपाधि के साथ 2 लाख तक के पुरस्कार देगी। विवि से संबद्ध मेडिकल एवं डेंटल संकाय के सभी महाविद्यालयों के लिए इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के साथ की कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

कॉलेजों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि मातृभाषा में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स को कक्षा अथवा प्रायोगिक कक्षा के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो, ऐसी व्यवस्था की जाए, साथ ही प्रत्येक प्रोफ में स्वेच्छा से मातृभाषा में परीक्षा देने वाले छात्रों के नाम भी यूनिवर्सिटी को भेजे जाएं।

स्वेच्छा से मातृभाषा में परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया जाए और ऐसे परीक्षकों की सिफारिश की जाए, जो मातृभाषा समझ सकें। विवि ने यह भी निर्देशित किया है कि मातृभाषा में परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाए और छात्रों की समस्या निवारण के लिए कक्षा भी लगाई जाए।

परीक्षा शुल्क होगा आधा

विवि ने कहा है कि मिशन मातृभाषा प्रोत्साहन को लेकर कॉलेज पोस्टर प्रतियोगिता कराएं और चयनित पोस्टर विवि भेजा जाए। प्रदेशभर से चयनित पोस्टर को विवि द्वारा प्रमाण-पत्र दिया जाएगा और श्रेष्ठ पोस्टर्स को महाविद्यालयों में भी भेजा जाएगा। मातृभाषा में परीक्षा देने पर परीक्षा शुल्क सिर्फ 50 फीसदी देना होगा एवं मेरिट में आने पर पुरस्कृत किया जाएगा। कॉलेजों को मिशन की प्रगति से जुड़ी रिपोर्ट हर माह विवि को भेजनी होगी।

ऐसी है व्यवस्था

यूनिवर्सिटी ने पुरस्कार से जुड़ी 2 मुख्य कैटेगरी बनाई हैं, जिनमें संपूर्ण स्नातक पाठ्यक्रम में टाॅप करने पर 2 लाख की राशि निर्धारित की है, जिसमें मेडिकल और डेंटल, दोनों संकाय शामिल हैं, वहीं प्रत्येक वर्ष टॉप करने वाले स्टूडेंट को 1 लाख रुपयों की नकद राशि देकर सम्मानित किया जाएगा, जिसमें मेडिकल और डेंटल संकाय अलग-अलग हैं। पुरस्कार का विवरण विवि द्वारा अधिसूचना में दिया गया है।

मेरिट लिस्ट में करना होगा टॉप

विवि द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार स्टूडेंट्स को हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम में दी गई परीक्षा की संयुक्त प्रावीण्यता सूची से निकाले गए परिणाम के आधार पर नकद पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। इसके अलावा जो भी स्टूडेंट्स मातृभाषा में परीक्षा उत्तीर्ण करेंगे, उन्हें प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा।

इनका कहना है

मातृभाषा में परीक्षा देने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने से जुड़े कार्य परिषद् के निर्णय पर मुहर लग चुकी है, कॉलेजों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह इसी सत्र 2025-26 से लागू हो जाएगा।

- डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल, कुलसचिव, एमपीएमएसयू

निर्देश जारी किए

मातृभाषा में परीक्षा देने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने से जुड़े कार्य परिषद् के निर्णय पर मुहर लग चुकी है, कॉलेजों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह इसी सत्र 2025-26 से लागू हो जाएगा।

- डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल, कुलसचिव, एमपीएमएसयू

Created On :   4 July 2025 4:34 PM IST

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