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Jabalpur News: आधा-अधूरा फार्मलैंड बनाकर बिल्डर गायब ऑफिस बंद, लाखों लगाकर भी लोग परेशान

- अर्थ बिल्डर एंड डेवलपर की शिकायत कलेक्टर से, कई ने राशि दी, नहीं हुई रजिस्ट्री
- जिन लोगों ने ग्रीन वैली प्रोजेक्ट में राशि लगाई है, वे सभी परेशान हैं उन्हें कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है
Jabalpur News: बरगी निगरी में ग्रीन वैली प्रोजेक्ट के नाम पर अर्थ बिल्डर एंड डेवलपर्स ने फार्मलैंड का जमकर प्रचार-प्रसार किया। इसे देखकर सैकड़ों लोगों ने वहां 5 हजार से लेकर 20 हजार वर्गफीट तक के प्लॉट बुक किए। एक ही प्लॉट को कई-कई लोगों को बेचा गया और सड़क से लेकर गार्डन तक सरकारी जमीन पर तैयार किए गए। जमकर राशि जुटाई और जब विकास की बात आई तो बिल्डर गायब हो गए। अब लाखों रुपए फंसाने वाले मजबूर हो गए और शिकायत करने कलेक्टर के पास पहुंच गए। कलेक्टर ने शीघ्र ही उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कलेक्टर दीपक सक्सेना को सौंपी गई शिकायत में राजेश कुमार महोबिया, हितेश पटेल, रजनी साहू, सुनील खेमानी, मोहित कुमार गोंटिया आदि ने बताया कि बरगी तिलवारा मार्ग पर जोगीढाना फार्महाउस के निगरी में अर्थ बिल्डर एंड डेवलपर्स के प्रोपराइटर नीरज ललित प्रताप सिंह और डायरेक्टर सुधीर रावत द्वारा प्लॉटों का विक्रय किया गया। लोगों ने 100 से लेकर डेढ़ सौ रुपए वर्गफुट के हिसाब से 5 से 20 लाख रुपए तक कीमत के प्लॉट बुक किए थे।
उस समय दोनों ने यह आश्वासन दिया कि पूरे प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा। इनके द्वारा ब्रोशर दिए गए जिसमें पक्की सड़कें, बिजली, पानी, स्विमिंग पूल, मंदिर, गार्डन और कम्यूनिटी हॉल आदि दिखाए गए थे। लोगों ने देखा कि रुपए इन्वेस्ट करने के लिए यह प्रोजेक्ट अच्छा है तो अपनी जीवन भर की राशि लगाकर कई लोगों ने यहां फार्मलैंड के प्लॉट बुक कर दिए।
इसमें से बहुत से लोगों ने पूरी राशि भी चुका दी और एग्रीमेंट कर लिया, कुछ ने रजिस्ट्री भी करा ली जबकि बहुत से लोगों की रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। कुछ लोगों के प्लॉट के नामांतरण नहीं हो पाए हैं जबकि कुछ के पास केवल चुकतानामा ही है। बिल्डर अब किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं। राशि वापस नहीं कर रहे हैं। उनके फोन और ऑफिस बंद हो चुके हैं।
मेहनत की राशि डूब न जाए
शिकायत करने कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने बताया कि लम्बे समय से बिल्डर गायब हैं जिससे अब यह डर सता रहा है िक हमारी मेहनत की राशि डूब न जाए। जिससे लोग परेशान हैं।
पूरे प्रोजेक्ट को विकसित किया जाए, धोखाधड़ी न हो
लाखों रुपए देकर प्लॉट बुक किए हैं, ऐसे में उनके साथ धोखाधड़ी न की जाए। प्रशासन बिल्डरों को बुलाकर सभी की रजिस्ट्री कराए और एक ही प्लॉट कई लोगों को बेचने में एफआईआर दर्ज करे।
- दिलीप चंद यादव, खरीददार
बड़ी राशि लगाई है इसलिए बिल्डर प्रोजेक्ट को पूरा करें और जो भी वादे किए हैं उनके अनुसार ही कार्य किए जाएं। किसी भी खरीददार के साथ अन्याय न किया जाए।
- धवल पटेल, खरीददार
प्रशासनिक अधिकारियों को पूरी जांच करनी चाहिए, कहा जा रहा है कि प्रोजेक्ट की सड़कें और गार्डन सरकारी जमीन पर बनाए गए हैं, ऐसे में हर एंगल से जांच हो जानी चाहिए।
- एन लकरा, खरीददार
जिन लोगों ने ग्रीन वैली प्रोजेक्ट में राशि लगाई है, वे सभी परेशान हैं उन्हें कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। शिकायत पर जांच तो शुरू हुई है लेकिन सभी डरे हुए हैं कि उनकी राशि ही खतरे में न आ जाए।
- मोहित गोंटिया, खरीददार
पूर्व में भी प्रशासनिक अधिकारियों ने की थी जांच, मिली गड़बड़ी
इस मामले में प्लॉटधारियों ने पूर्व में भी एक शिकायत कलेक्टर को सौंपी थी जिस पर एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार, आरआई और पटवारी मौके पर पहुंचे थे। 23 और 30 मई को सभी खरीददारों के बयान भी लिए गए हैं और जांच की कार्रवाई आगे बढ़ाई गई है। मौके पर मौजूद तहसीलदार और आरआई ने बताया कि जांच में यह गड़बड़ी सामने आई थी कि ग्रीनवैली प्रोजेक्ट का गार्डन और सड़क सरकारी जमीन पर बने हुए हैं।
Created On :   18 Jun 2025 2:33 PM IST