Jabalpur News: दावा- 60 लाख पौधे लगाने की तैयारी, कई एकड़ में होगी ग्रीनरी

दावा- 60 लाख पौधे लगाने की तैयारी, कई एकड़ में होगी ग्रीनरी
  • 15 जून से 15 जुलाई के बीच चलेगा अभियान
  • कम और ज्यादा बारिश होने या दूसरी विपदाओं के चलते 15 प्रतिशत पौधे शुरुआती दौर में ही नष्ट हो जाते हैं।
  • इस वर्ष 60 लाख पौधे तैयार किए गए हैं।

Jabalpur News: हर साल मानसून के दौरान होने वाले पौधारोपण कार्यक्रम में सामाजिक वानिकी विभाग की अहम भूमिका रहती है, क्योंकि इसी विभाग के पास पौधे तैयार करने की जिम्मेदारी रहती है। जबलपुर में सामाजिक वानिकी विभाग की संभाग स्तरीय तीन नर्सरी हैं, जिनमें वर्ष 2025 के लिए 60 लाख पौधे तैयार किए जा चुके हैं। जिनमें से जबलपुर, कटनी, मंडला और डिंडाैरी वन विभाग ने 35 लाख पौधों की बुकिंग अभी से कर दी है। शेष 25 लाख पौधे राजस्व, कैंट, पुलिस, जिला प्रशासन के साथ सभी सरकारी विभाग और निजी संस्थान के लोगों को वितरित किए जाएंगे।

50 प्रजातियों के पौधे तैयार- सामाजिक वानिकी विभाग के एसडीओ बीपी भात्मा ने बताया कि जबलपुर में संभाग स्तर की तीन नर्सरियों में पौधे तैयार किए जाते हैं। जिनमें सागौन, बांस, पीपल, नीम, हर्रा, बहेड़ा, आम, बिही के साथ 50 तरह के फल-फूल व औषधि के पौधों की प्रजातियां शामिल हैं।

बीते वर्ष 52 लाख लगने थे, 42 लाख ही लग पाए- वर्ष 2024 में सामाजिक वानिकी विभाग ने पौधारोपण अभियान के तहत 52 लाख पौधे तैयार किए थे, जिन्हें अलग-अलग जगहों पर लगाया जाना था। लेकिन 42 लाख ही लग पाए, 10 लाख बचत में थे, जिन्हें इस बार दोबारा रोपा जाएगा।

पौधारोपण अभियान को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। इस वर्ष 60 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। जिनमें से 35 लाख जबलपुर, कटनी, मंडला और डिंडौरी वनमंडलों ने बुक कर दिए हैं। शेष दूसरे सरकारी व गैरसरकारी विभागों को दिए जाएंगे।

-सीमा द्विवेदी, संचालक, वन विकास निगम जबलपुर

एक हेक्टेयर में 600 पौधे लगाने का टारगेट

सामाजिक वानिकी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 60 लाख पौधे तैयार करने के बाद हर एक हेक्टेयर (ढाई एकड़) में 600 पौधे लगाने का टारगेट रखा गया है। यानी 60 लाख पौधों का रोपण सही व योजनाबद्ध तरीके से हो जाए तो 25 हजार एकड़ के एरिया में हरियाली छा जाएगी। हालांकि जानकारों का कहना है कि कम और ज्यादा बारिश होने या दूसरी विपदाओं के चलते 15 प्रतिशत पौधे शुरुआती दौर में ही नष्ट हो जाते हैं।

Created On :   13 May 2025 6:15 PM IST

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