- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- एक बार फिर रैंकिंग की दौड़ में...
Jabalpur News: एक बार फिर रैंकिंग की दौड़ में शासकीय आयुर्वेद कॉलेज

- रैंकिंग एलिजिबिलिटी लिस्ट में प्रदेश का इकलौता शासकीय कॉलेज, अब क्यूसीआई निरीक्षण के लिए तैयारी
- सत्र 2025-26 रैंकिंग के लिए क्यूसीआई ने देशभर के एलिजिबल कॉलेजों की सूची जारी की है
Jabalpur News: नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) ने पिछले वर्ष पहली बार देश के आयुर्वेद कॉलेजों की ग्रेडिंग करते हुए रैंकिंग प्रदान की थी, जिसमें गौरीघाट स्थित शासकीय आयुर्वेद कॉलेज को टॉप-100 आयुर्वेद संस्थानों में जगह मिली थी। एक बार फिर यह कॉलेज रैंकिंग की दौड़ में शामिल हो गया है। इस बार स्थिति और मजबूत नजर आ रही है।
सत्र 2025-26 रैंकिंग के लिए क्यूसीआई ने देशभर के एलिजिबल कॉलेजों की सूची जारी की है, जिसमें मध्य प्रदेश से 4 आयुर्वेद कॉलेजों का चयन हुआ है। इनमें से 3 निजी कॉलेज हैं, वहीं एक मात्र शासकीय कॉलेज जबलपुर का आयुर्वेद कॉलेज है। पिछली बार की रैंकिंग में प्रदेश से 8 कॉलेजों को जगह मिली थी। एलिजिबिलिटी लिस्ट जारी होने के बाद अब क्यूसीआई की टीम कॉलेज का निरीक्षण करेगी, जिसके बाद रैंकिंग जारी की जाएगी। प्रबंधन तैयारी के लिए कमेटी का गठन कर दिया है।
बीते 5 वर्ष से 75 सीटों पर मान्यता, 1 भी सीट खाली नहीं
कॉलेज के पास बीते 5 वर्षों से 75 सीटों पर यूजी पाठ्यक्रम की मान्यता है। प्रवेश प्रक्रिया के बाद 1 भी सीट खाली नहीं रही है। एलिजिबिलिटी का यह एक प्रमुख क्राइटेरिया है। सीटों के लिहाज से कॉलेज में इन्फ्रॉस्ट्रक्चर भी है, हालांकि पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम न होना एक बड़ी कमी है। जानकार बताते हैं कि ए ग्रेडिंग हासिल करने के लिए एनएबीएच अस्पताल होना जरूरी है। पीजी पाठ्यक्रम आवश्यक है। वहीं रिसर्च प्रोजेक्ट्स में भी बढ़ोत्तरी करनी होगी।
पिछली बार यह थी स्थिति
देश के टॉप-100 आयुर्वेद संस्थानों में जगह मिलने के साथ कॉलेज को 55.25 पर्सेंटाइल मिले थे, जिसके बाद देश में 98वीं रैंक दी गई, वहीं ग्रेडिंग में बी ग्रेड मिला था। रेटिंग-ग्रेड मिलने के पश्चात इन कॉलेजों को रिसर्च, यूजी-पीजी सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ राज्य व केंद्र की आयुष से संबंधित योजनाओं का अतिरिक्त लाभ मिलता है। ए ग्रेड प्राप्त कॉलेज एनसीआईएसएम की सहमति पर 5% ज्यादा विकास शुल्क लेने के हकदार होते हैं।
पिछले निरीक्षण में किया बेहतर, अब और बेहतर करेंगे
जानकारी के अनुसार पिछली बार तीन सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया था, जिसमें डॉक्यूूमेंटेशन, लॉग बुक, प्रैक्टिकल डेमोन्स्ट्रेशन, टीचर्स की पढ़ाई का तरीका, रजिस्टर मेनटेन है या नहीं, एन्युअल फंक्शन, स्पोर्ट्स एक्टिविटी समेत एनसीसी-एनएसएस की गतिविधियों काे देखा था। निरीक्षण के उपरांत ही ऑनलाइन रिपोर्ट सबमिट की थी। प्रबंधन अनुसार पिछला निरीक्षण बेहतर रहा, अब और बेहतर तैयारी करेंगे।
एलिजिबल सूची में नाम आने के बाद क्यूसीआई का निरीक्षण होगा, जिसकी तैयारी के लिए कमेटी गठित कर दी है। अच्छी रैंकिंग मिले, इसके लिए पुरजोर प्रयास करेंगे।
- डॉ. एलएल अहिरवाल, प्राचार्य, आयुर्वेद कॉलेज
Created On :   2 May 2025 6:20 PM IST