Jabalpur News: पीएमसी ऑफिस के विखण्डन का सबसे अधिक असर आउटसोर्स कर्मचारियों पर

पीएमसी ऑफिस के विखण्डन का सबसे अधिक असर आउटसोर्स कर्मचारियों पर
  • इंडिपेंडेंट पाॅवर प्रोड्यूसर अनुभाग को भोपाल ले जाने से कर्मचारियों में रोष
  • पीएमसी के अंतर्गत इंडिपेंडेंट पाॅवर प्रोड्यूसर अनुभाग को भोपाल ले जाने से अधिक असर नहीं होगा।
  • एक आउटसाेर्स कर्मी कार्यरत है जिसको दूसरे ऑफिस में मर्ज कर दिया जाएगा।

Jabalpur News: पाॅवर मैनेजमेंट कंपनी के इंडिपेंडेंट पाॅवर प्रोड्यूसर अनुभाग के विखंडन का सीधा असर कंपनी में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों पर पड़ेगा। नियमित व स्थायी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति तक भोपाल जाना पड़ेगा या मजबूरन उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेनी पड़ेगी। वहीं आउटसोर्स कर्मचारियों को अपना घर छोड़कर अत्यंत कम वेतन पर भोपाल जाना पड़ेगा या मजबूर होकर नौकरी छोड़नी पड़ेगी।

बताया जाता है कि भोपाल के अभियंताओं के स्वार्थ के कारण लगभग डेढ़ सौ युवा बेरोजगार हो जाएंगे। पाॅवर मैनेजमेंट कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी अभी तक कार्यालय के भोपाल ले जाने का विरोध नहीं कर रहे हैं। इसके चलते मुख्य महाप्रबंधक की भूमिका को लेकर पीएमसी के अभियंताओं और कर्मचारियों में रोष है।

कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक इस प्रकरण में अभियंता संघ की भूमिका स्पष्ट नहीं हुई है। वर्तमान संगठन व उसके पदाधिकारी सिर्फ अपने वेतनमान तक सीमित हो गए और व्यापक सरोकार वाले मुद्दों से उनका कोई सरोकार नहीं रह गया। पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के एक ऑफिस को भोपाल ले जाने के प्रयास में जबलपुर के जन प्रतिनिधियों को अहम भूमिका निभानी पड़ेगी।

पीएमसी के अंतर्गत इंडिपेंडेंट पाॅवर प्रोड्यूसर अनुभाग को भोपाल ले जाने से अधिक असर नहीं होगा। केवल दो अधिकारियों को भोपाल शिफ्ट किया जाएगा। एक आउटसाेर्स कर्मी कार्यरत है जिसको दूसरे ऑफिस में मर्ज कर दिया जाएगा।

- राजीव गुप्ता, सीजीएम,पीएमसी

दूसरे ऑफिस भी भोपाल हो सकते हैं शिफ्ट

बताया जाता है कि पाॅवर मैनेजमेंट के स्टेट प्लानिंग सेल (एसपीजी) और पाॅवर मैनेजमेंट कंट्रोल रूम को भोपाल स्थानांतरित करने की योजना है। इसके पूर्व कॉमर्शियल कार्यालय को दो हिस्से में विभाजित करके एक नया कार्यालय गैर वैकल्पिक कॉमर्शियल कार्यालय भोपाल में स्थापित कर दिया गया।

इस खेल में भी भोपाल निवासी अभियंताओं की अहम भूमिका बताई जा रही है। बताया जाता है कि एक प्रस्ताव भोपाल के ऊर्जा मंत्रालय में अभी लंबित है जिसमें जबलपुर में पाॅवर मैनेजमेंट कंपनी के अंतर्गत आने वाले कॉमन पूल के सिविल, व्हीकल सेक्शन और हॉस्पिटल को पाॅवर ट्रांसमिशन व पाॅवर जनरेटिंग कंपनी में मर्ज करने का है।

इन कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को अन्य विद्युत कंपनियों में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया जाएगा।

Created On :   9 Jun 2025 5:41 PM IST

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