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सख्त चेतावनी: भाजपा विधायकों को स्पष्ट संदेश, जमीन पर उतरों, नहीं तो पार्टी लेगी कड़ा फैसला
- फडणवीस ने संभाला विस चुनाव की कमान
- भाजपा की करीब 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना
- लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस अब विधानसभा सीट बंटवारे में झुकने को तैयार नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई. भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही लड़ेगी। अगले कुछ महीनों में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की कमान उन्होंने संभाल ली है। फिलहाल फडणवीस विभागवार पार्टी विधायकों की बैठक कर स्थिति की समीक्षा में जुटे हैं। मंगलवार की देररात फडणवीस ने मुंबई और आसपास के क्षेत्रों के भाजपा विधायकों से चुनाव तैयारी को लेकर चर्चा की। बैठक में फडणवीस ने विधायकों को साफ कह दिया कि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए जमीन पर उतरना होगा, अन्यथा पार्टी कड़ा फैसला लेने में नहीं हिचकेगी। सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने इतनी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है, जिससे आराम से अपने दम पर बहुमत प्राप्त किया जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस के आवास पर देर रात तक चली भाजपा विधायकों की बैठक में शामिल हुए एक विधायक ने "दैनिक भास्कर' को बताया कि फडणवीस ने विधायकों को इशारा दिया है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव करीब 200 सीटों पर लड़ने जा रही है। इससे साफ है कि महायुति के दलों राकांपा (अजित) और शिवसेना (शिंदे) को बाकी बची सीटों में ही बंटवारा करना पड़ेगा। फडणवीस ने बैठक में कहा कि लोकसभा चुनाव में जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कट गए थे, उनको दोबारा मतदाता सूची में शामिल करने के युद्ध स्तर पर काम किया जाना चाहिए। इसके अलावा सभी विधायकों को उनके क्षेत्र में सक्रिय कार्यकर्ताओं को अभी से चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश देने को कहा है। विधायकों को उनके द्वारा पिछले 5 साल में उनके क्षेत्र में किए गए कार्यों और राज्य सरकार द्वारा लांच की गईं सरकारी योजनाओं को भी जनता तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। फडणवीस ने बैठक में मध्य प्रदेश की तर्ज पर शुरू की गई "लाडली बहन' योजना को बड़े पैमाने पर जनता के बीच ले जाने को कहा है। अगले कुछ दिनों तक फडणवीस विभागवार अपने विधायकों से बातचीत करने वाले हैं।
लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस अब विधानसभा सीट बंटवारे में झुकने को तैयार नहीं
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए महाविकास आघाडी की सीट बंटवारे को लेकर बैठक गुरुवार को होगी। इस बैठक से पहले प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस दफ्तर तिलक भवन में बैठक की। इस दौरान इस बात पर चर्चा की गई कि महाआघाडी की बैठक में किन-किन सीटों पर दावेदारी पेश की जाए। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में कही से कमजोर नहीं पड़ना चाहती है। राज्य में पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका खाका तैयार किया जा रहा है।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने "दैनिक भास्कर' को बताया कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाडी में कांग्रेस ने सीटों के बंटवारे के दौरान काफी नरम रुख अपनाना पड़ा था। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महाराष्ट्र में सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी। पर लोकसभा चुनाव के बाद परिस्थिति बदल गई है। महाविकास आघाडी में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा लोकसभा सीट जीती है। इस लिए विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के दौरान पार्टी ने अपनी दावेदारी मजबूती के साथ पेश करने का फैसला किया है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को भी बता दिया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, इसलिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी सहयोगी दलों से सीट बंटवारे को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी।
बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने दोनों सहयोगी दलों के नेताओं की बात मानी थी, लेकिन जिस तरह से इस चुनाव में राज्य की जनता ने कांग्रेस को भरपूर समर्थन दिया, उसके चलते पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि कांग्रेस राज्य में तीनों ही दलों में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े। हालांकि पटोले ने यह भी कहा कि आघाडी के दलों में सीट बंटवारा मेरिट के आधार पर होगा। पटोले ने मेरिट का पैमाना बताते हुए कहा कि बीते लोकसभा चुनाव के परिणाम और जिन सीटों पर जिन दलों का दबदबा है, बैठक में प्रत्येक सीट के आंकड़ों के आधार पर ही चर्चा होगी।
Created On :   7 Aug 2024 10:04 PM IST