सियासी नोक-झोंक: शिंदे ने अमित शाह से कहा कुछ नेता निजी स्वार्थ में लगे हैं, उद्धव का तंज - कोई यह कहने दिल्ली गया बाबा मुझे मारा

शिंदे ने अमित शाह से कहा कुछ नेता निजी स्वार्थ में लगे हैं, उद्धव का तंज - कोई यह कहने दिल्ली गया बाबा मुझे मारा
  • शिंदे ने अमित शाह से कहा कुछ नेता निजी स्वार्थ में लगे हैं, माहौल खराब न होने दें
  • शाह ने भरोसा दिया शिंदे गुट एनडीए का महत्वपूर्ण हिस्सा, नाइंसाफी नहीं होगी
  • अगर बचपन में अच्छा शिक्षक मिला होता तो ये हालत नहीं होती

Mumbai News. राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार रात दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। करीब 50 मिनट तक चली इस मुलाकात में शिंदे ने राज्य के कई नेताओं की शिकायत की। खासतौर पर शिंदे ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण के कामकाज पर सवाल उठाए। शिंदे ने बैठक में कहा कि चव्हाण जैसे नेता महायुति में रहकर निजी एजेंडा चला रहे हैं। इससे युति में नाराजगी बढ़ रही है। शाह ने शिंदे को भरोसा दिलाया कि एनडीए का अहम हिस्सा होते हुए उनके साथ कोई नाइंसाफी नहीं होगी। बैठक के दौरान शिंदे ने शाह को बताया कि कुछ नेता व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं। इससे महायुति का माहौल खराब हो रहा है, और विरोधियों को बेवजह मौका मिल रहा है।उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जो सकारात्मक वातावरण स्थानिक स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों के लिए बन रहा था, उसे कुछ नेताओं की गतिविधियां दूषित कर रही हैं।मीडिया में गैर जरूरी और भ्रामक खबरें प्लांट की जा रही हैं। इससे जनता में अनावश्यक भ्रम पैदा हो रहा है साथ ही कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के मन में भी संशय बढ़ रहा है। शाह ने शिंदे को भरोसा दिया कि उनकी महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर नजर है। उधर विपक्ष ने शिंदे के दिल्ली दौरे को उनकी कमजोरी बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अमित शाह हैं। जबकि फडणवीस सिर्फ शैडो मुख्यमंत्री है। क्योंकि राज्य का हर फैसला दिल्ली में होता है। उन्होंने कहा कि पहले अजित और अब शिंदे का दिल्ली दौरा इस बात को सिद्ध करता है।

उद्धव ठाकरे का शिंदे के दिल्ली दौरे पर तंज, कोई यह कहने दिल्ली गया बाबा मुझे मारा

इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर तकरार तेज हो गई है। शिक्षक सेना के एक कार्यक्रम में शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उनके दिल्ली दौरे को लेकर जमकर कटाक्ष किए। उद्धव ने शिंदे का नाम लिए बिना हमला करते हुए कहा कि कोई यह कहने दिल्ली गया कि बाबा मुझे मारा गया। उन्होंने कहा कि यह कैसी लाचारी है? अगर बचपन में अच्छा शिक्षक मिला होता तो ये हालत नहीं होती।

उद्धव का सीधा तंज

उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि जीवन में अच्छे शिक्षक और अच्छी शिक्षा न मिले तो राजनीति सिर्फ तोड़फोड़ का खेल बन जाती है। जैसे दीयों को मशाल का महत्व पता नहीं होता है। उद्धव ने दावा किया कि शिंदे गुट की नसें चढ़ने लगी हैं और अंदरूनी घबराहट बढ़ गई है। अपने भाषण में उद्धव ने अपने विधायकों को निर्देश दिया कि आपकी विधायक निधि सिर्फ शिक्षा पर खर्च होनी चाहिए। रेवड़ी संस्कृति पर जोरदार हमला करते हुए उद्धव ने कहा कि दूसरा बांटे तो रेवड़ी, हम दें तो उपकार। फोकट में कंप्यूटर देंगे, पर उसमें डालोगे क्या? कोरी कॉपी दो तो होली होगी, लिखने के लिए कौन देगा? बच्चों पर बढ़ते स्कूल बैग के बोझ को लेकर उद्धव बालासाहेब का वाकया याद दिलाते हुए भावुक भी हुए। उन्होंने बालासाहेब का बयान याद दिलाते हुए कहा कि अरे बच्चे हैं कि गधे? इतना बोझ क्यों?

मुंबई मनपा का तीन साल से बाप कौन, कोई नहीं जानता

मुंबई महानगरपालिका की मौजूदा स्थिति पर उद्धव ठाकरे ने सीधा निशाना साधते हुए कहा कि तीन-चार साल से बीएमसी का बाप कौन है, यह पता नहीं। अंदर क्या चल रहा है किसी को नहीं मालूम। उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकाल में बीएमसी के स्कूलों में अभूतपूर्व बदलाव हुए थे, आदित्य ठाकरे के काम की वजह से पहली बार बीएमसी स्कूलों में प्रवेश के लिए लाइनें लगने लगी थीं। उन्होंने ही दसवीं के छात्रों के लिए वर्चुअल क्लासरूम की नई कल्पना पेश की थी।

Created On :   20 Nov 2025 10:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story