मांग: शक्ति आपराधिक कानून महाराष्ट्र संशोधन विधेयक को मंजूरी देने की मांग, प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखी चिट्‌ठी

शक्ति आपराधिक कानून महाराष्ट्र संशोधन विधेयक को मंजूरी देने की मांग, प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखी चिट्‌ठी
  • सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्‌ठी
  • पिछले 10 साल में महिलाओं के खिलाफ बढ़े अपराध
  • प्रधानमंत्री दे इस्तीफा : कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. कोलकाता के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले ने फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल खड़े कर दिए है। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और त्वरित न्याय तक पहुंच की आवश्यकता के मद्देनजर शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2021 में पारित शक्ति आपराधिक कानून (महाराष्ट्र संशोधन) विधेयक को मंजूरी देने की मांग की है। सांसद चतुर्वेदी ने कहा है कि ठाकरे सरकार ने हितधारकों के साथ चर्चा और दोनों सदनों में व्यापक चर्चा के बाद शक्ति आपराधिक कानून (महाराष्ट्र संशोधन), 2020 को 2021 में पारित किया था, जिसमें महिलाओं की व्यापक सुरक्षा और कड़ी सजा का प्रावधान है। देश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का सिलसिला बदस्तुर जारी है। ऐसे में इस विधेयक को मंजूरी मिलने में हो रही देरी ने नागरिकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। सांसद ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस मामले पर आपके तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। लिहाजा अनुरोध है कि इस मामले पर शीघ्रता से विचार करे और विधेयक को तत्काल रूप से मंजूरी प्रदान की जाए।

पिछले 10 साल में महिलाओं के खिलाफ बढ़े अपराध, प्रधानमंत्री दे इस्तीफा : कांग्रेस

कांग्रेस ने देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि पिछले 10 साल में पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, शोषण और बलात्कारों के मामले बढ़े हैं। इसलिए इसकी जिम्मेदी सीधे-सीधे नरेन्द्र मोदी की होनी चाहिए।

कांग्रेस नेता ने यहां मीडिया से बातचीत में कोलकाता दुष्कर्म और हत्या मामले का जिक्र करते हुए कहा कि पीड़िता का परिवार इस हादसे के बाद से व्यथित और दुखी है। हम सबकी एक जिम्मेदारी है कि उनके माता-पिता को इस समय में ज्यादा प्रताड़ित न करें। उनको न्याय की उम्मीद है। हम भी यही चाहते हैं कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलें। उन्होंने अपनी बेटी को खोया है। न्याय से उनकी उम्मीद टूटनी नहीं चाहिए।

जेएमएम के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा के साथ हाथ मिलाने की अटकलों पर कहा कि मुझे लगता है कि विचारधारा महत्वाकांक्षा से ऊपर होती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए विचारधारा महत्वाकांक्षा से नीचे होती है, सबका सोचने का अपना तरीका होता है। उन्होंने कर्नाटक के राज्यपाल के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, हम लगातार देख रहे हैं कि भाजपा किस तरह से राजभवन का इस्तेमाल कर रही है। सबने देखा है कि जहां गैर भाजपा सरकार है वहां क्या स्थिति होती है।

Created On :   19 Aug 2024 9:52 PM IST

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