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बारिश का पानी बूंद- बूंद बचाने जलयुक्त शिवार योजना को प्रभावी रूप से लागू करें- मुख्यमंत्री
- बारिश का पानी बूंद- बूंद बचाने का आह्वान
- सीएम ने कहा - जलयुक्त शिवार योजना को प्रभावी रूप से लागू करें
- इस साल बारिश औसत से कम होने की संभावना
डिजिटल डेस्क, मुंबई, वरिष्ठ संवाददाता। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अल नीनो के प्रभाव के कारण इस साल बारिश औसत से कम होने की संभावना है। इसके साथ ही नियमित समय के बजाय देरी से मौसमी बारिश का आगमन होने का अनुमान है। इसलिए बरसात के पानी को बूंद- बूंद बचाने और उसको जमीन में संरक्षित करने की जरूरत है। इसके मद्देनजर राज्य में जलयुक्त शिवार योजना 2.0, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, गादमुक्त बांध, गादयुक्त शिवार योजना को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। बुधवार को मुख्यमंत्री ने ठाणे स्थित अपने निजी आवास पर जलयुक्त शिवार सहित जलसंरक्षण से जुड़ी योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों, जलसंरक्षण और वन विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद साधा। मुख्यमंत्री ने जलयुक्त शिवार योजना, गादमुक्त बांध, जलयुक्त शिवार योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जलयुक्त शिवार योजना के लिए 545 करोड़ रुपए और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए 425 करोड़ रुपए निधि का प्रावधान किया गया है। जलयुक्त शिवार योजना के पहले चरण के गांवों में हुए जलसंरक्षण के कामों का देखभाल और मरम्मत कार्य शुरू करें। साथ ही दूसरे चरण के लिए चयनित गांवों में भी जलसंरक्षण के काम का आरंभ किया आए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और अटल भूजल योजन के गांवों को भी प्राथमिकता दिया जाए।
स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लें- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश शुरु होने पर काफी कम समय बचा है। इसलिए बांध, नदी, नाले आदि जगहों पर जलसंरक्षण के लिए गाद निकलाने का काम तत्काल शुरू करें। जलसंरक्षण के काम के लिए नाम फाऊंडेशन, भारतीय जैन संगठन, नानासाहेब धर्माधिकारी प्रतिष्ठान, वसुंधरा संस्था आदि स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लें।
Created On :   17 May 2023 9:28 PM IST