अमेरिकी कंपनी से करार: सेना के लिए निजी क्षेत्र का पहला जासूसी उपग्रह तैयार, टाटा की अंतरिक्ष में छलांग

सेना के लिए निजी क्षेत्र का पहला जासूसी उपग्रह तैयार, टाटा की अंतरिक्ष में छलांग
  • मस्क की स्पेस-एक्स कंपनी करेगी प्रक्षेपित
  • गुप्त सूचनाओं पर रहेगी स्वदेशी नजर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत का पहला निजी क्षेत्र का जासूसी उपग्रह (सैटेलाइट) प्रक्षेपित होने को तैयार है। इसे टाटा कंपनी के टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड ने तैयार किया है। यह सेना के लिए बनाया गया है। जो गुप्त जानकारियां उपलब्ध कराएगा। इससे भारतीय सेना की विदेशी उपग्रहों पर निर्भरता कम हो जाएगी। इस उपग्रह को एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स प्रक्षेपित करेगी। इसके लिए उपग्रह को फ्लोरिडा लांच स्थल पर भेज दिया गया है।

हालांकि भारत के पास भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा निर्मित जासूसी उपग्रह पहले से ही मौजूद हैं। लेकिन वह मौजदा चुनौतियों के अनुरूप इमेज और जानकारियां देने में कम पड़ रहे थे। जिसके कारण नए उन्नत किस्म के उपग्रह की जरूरत महसूस हो रही थी। भारतीय सेना को सटीक और समयानुसार लगनेवाली सूचनाओं और इमेज के लिए विदेशी वेंडर पर निर्भर रहना पड़ता था।

उपग्रह की विशेषता

- इसका रिजोल्यूशन 0.5 मीटर स्पेशियल है

- सेना की विदेशी वेंडर्स पर निर्भरता कम करने में सक्षम

- भारत ही करेगा इस उपग्रह की मॉनिटरिंग और नियंत्रण

- ग्राउंड कंट्रोल सेंटर बेंगलुरू में हुआ निर्माण

- मित्र देशों के साथ साझा की जाएंगी तस्वीरें

- टाटा एडवांस सिंस्टम ने अमेरिकन कंपनी सैटेल्लॉजिक के साथ किया निर्माण

टाटा का अमेरिकी कंपनी से सहयोग करार

टाटा एडवांस कंपनी लिमिटेड (टीएएसएल) का लेटिन अमेरिकी कंपनी सैटेलॉजिक इनकॉर्पोरेशन के साथ 2023 में सहयोग करार हुआ था। अमेरिकी कंपनी सब-मीटर रिजोल्यूशन अर्थ ऑब्जर्वेशन डेटा संग्रहण में काम करती है। दोनों कंपनियां भारतीय रक्षा क्षेत्र और निजी क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए साथ आई हैं।

सीमा की गतिविधियों पर पल-पल की नजर

टीएएसएल द्वारा निर्मित सैटेलाइट चीन और पाकिस्तान की सीमा पर होनेवाली हलचलों पर नजर रखने में बहुत उपयोगी होगी। इसका 0.5 मीटर स्पेशियल रिजोल्यूशन, टार्गेट स्थान के सबसे छोटे परिवर्तन को भी पकड़ने में सक्षम है।

Created On :   19 Feb 2024 2:19 PM GMT

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