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जे.जे. अस्पताल में 6 वर्षों में 30 दवा कंपनियों ने कराया था दवाइयों का क्लीनिकल ट्रायल
- अनियमितता की जांच कर रही है समिति
- 30 दवा कंपनियों ने कराया था दवाइयों का क्लीनिकल ट्रायल
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। जे.जे. अस्पताल में क्लीनिकल ट्रायल की अनियमितता की जांच में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। एक नए खुलासे में यहां बीते छह वर्षों में 30 निजी दवा कंपनियों द्वारा दवाइयों और वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल कराए जाने का मामला सामने आया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि यह ट्रायल सिर्फ एक ही डॉक्टर के नाम पर किए गए हैं, जो इन दिनों कोविड घोटाले में चर्चित है।
कोविड घोटाले में ईडी की जांच में जे.जे. अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर हेमंत गुप्ता का नाम सामने आया था। इस नाम के सामने के बाद अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टर गुप्ता के बारे में जांच शुरू की तो फार्माकोलॉजी विभाग के मातहत निजी संस्थान द्वारा चलाए जा रहे क्लीनिकल ट्रायल कक्ष के बारे में जानकारी मिली है। जिस संस्थान को तत्कालीन डीन ने क्लीनिकल परीक्षण के लिए जगह दी थी, उस कंपनी से डॉ. गुप्ता जुड़े हुए पाए गए थे। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए डॉ. अमिता जोशी के नेतृत्व में एक समिति गठित की। इस समिति ने सोमवार 3 जुलाई को पहली अंतरिम रिपोर्ट जे.जे. की डीन डॉ. पल्लवी सापले को सौंपी है। इस पहली रिपोर्ट में ट्रायल में हुई वित्तीय अनियमितता सामने आने के साथ ही दवाईयों के क्लीनिकल ट्रायल पर भी संदेह जताया गया था।
परीक्षणों के सभी रिकॉर्ड एक ही डॉक्टर के नाम पर
जांच समिति की प्राथमिकी जांच में पाया गया कि अस्पताल में पिछले छह वर्षों में करीब 30 दवा कंपनियों की दवाओं का परीक्षण किया गया है। हालांकि सभी परीक्षण संस्थान और अस्पताल प्रशासन के बीच वर्ष 2018 में हुए अनुबंध के बाद किए गए थे। इन सभी दवा परीक्षणों के रिकॉर्ड को समिति ने खंगालना शुरू किया, तो इन परीक्षणों के सभी रिकॉर्ड डॉ. हेमंत गुप्ता के नाम पर पाए गए हैं।
जे.जे. अस्पताल से डॉ. हेमंत की छुट्टी
जे.जे. अस्पताल के ऑनरेरी फिजिशियन के पद पर नियुक्त डॉ. हेमंत गुप्ता की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है। कोविड घोटाले से तार जुड़े होने के बाद अस्पताल की साख पर आंच न आए, इसलिए मेडिकल शिक्षा विभाग ने उक्त कार्रवाई की है। पिछले 22 साल से ऑनरेरी प्रोफेसर के तौर पर डॉ. हेमंत गुप्ता कार्यरत थे। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डॉ. गुप्ता ने न तो किसी एकेडमिक्स गतिविधियों में कोई रुचि दिखाई है और न ही वह कोई नेशनल या इंटरनेशनल मेडिकल कांफ्रेंस में शामिल हुए हैं।
Created On :   16 July 2023 6:36 PM IST