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Mumbai News: दीपक केसरकर बोले - उद्धव और मोदी की मुलाकात में मेरा बड़ा हाथ, राऊत का पलटवार

- प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए केसरकर की जरूरत पड़े तो फिर हमें राजनीति छोड़ देनी चाहिए- राऊत
- केसरकर बोले - ठाकरे और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात में मेरा बड़ा हाथ
Mumbai News. शिवसेना (शिंदे) विधायक और पूर्व मंत्री दीपक केसरकर ने एक बार फिर शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। केसरकर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि उद्धव ठाकरे राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पिछले काफी समय से बदनाम कर रहे हैं, अब ये बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नहीं तो ठाकरे को उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा। केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात में मेरा बड़ा हाथ था। अभी भी मेरे पास कई ऐसी जानकारी हैं जिन्हें वे अगले कुछ दिनों में साझा करेंगे। केसरकर के बयान पर सांसद संजय राऊत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए हमें केसरकर जैसे नेता की जरूरत पड़ने लगे तो इससे अच्छा है कि हमें राजनीति छोड़ देनी चाहिए।
क्या कहा केसरकर ने?
केसरकर ने कहा जब साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्धव और आदित्य ने मुलाकात की थी तो मुलाकात कराने में मैंने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के दौरान कहा था कि वह मुंबई जाते ही महाविकास आघाडी गठबंधन से अलग हो जाएंगे। शिवसेना (अविभाजित) के सभी नेताओं की भी एकमत राय थी कि उन्हें भाजपा के साथ मिलकर फिर से सरकार का गठन करना चाहिए। लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं मानी। केसरकर ने कहा कि ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश भी की थी लेकिन शिंदे ने अपना रुख साफ रख कर दिया था कि महायुति गठबंधन जरूरी है। भले ही आप (उद्धव) मुख्यमंत्री बने रहें। लेकिन ठाकरे महाआघाडी के साथ बने रहे। राजनीति में दोहरी भूमिका भी लोगों के सामने आनी चाहिए। यही कारण है कि इसको लेकर में आगे भी कई खुलासे करने वाला हूं।
केसरकर के बयान पर तंज करते हुए उद्धव के सांसद संजय राऊत ने कहा कि जिन्हें एक समय एकनाथ शिंदे का करीबी नेता माना जाता था लेकिन जब महायुति की राज्य में दोबारा सरकार बनी तो उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। इससे समझ में आता है कि केसरकर की शिंदे गुट में कोई कीमत नहीं रही है। प्रधानमंत्री से ठाकरे की हुई मुलाकात पर राऊत ने कहा कि अगर हमें पीएम से मिलने के लिए केसरकर जैसे व्यक्ति की जरूरत पड़ने लगे तो फिर इससे अच्छा है कि हमें राजनीति छोड़ देनी चाहिए। प्रधानमंत्री से मिलना हमारे लिए कोई बड़ी बात नहीं है।
Created On :   6 April 2025 10:03 PM IST