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Mumbai News: राज्य में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों का माहौल गरम, बड़े नेता मैदान में उतरे

- फडणवीस, शिंदे, अजित पवार और हर्षवर्धन सपकाल की ताबड़तोड़ रैलियां
- राज्य में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों का माहौल गरम
- फडणवीस की सभाओं में जुटी भीड़
Mumbai News. राज्य में होने जा रहे नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों को लेकर माहौल पूरी तरह गर्मा चुका है। सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है। सत्तारूढ़ और विपक्ष दोनों ही गुटों की तरफ से कई-कई जनसभाएं शुरू हो गई हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लेकर दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ताबड़तोड़ रैलियां शुरू कर चुके हैं। जबकि कांग्रेस और राकांपा (शरद) के नेताओं ने भी चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। हालांकि ठाकरे बंधू अभी चुनाव प्रचार से दूर ही दिखाई दे रहे हैं।
फडणवीस की सभाओं में जुटी भीड़
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव प्रचार की कमान सोमवार से संभाल ली। फडणवीस ने एक के बाद एक कई सभाएं कीं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों का विकास पारदर्शिता और योजनाबद्ध काम पर निर्भर करता है। भीड़ के उत्साह ने उनके नेताओं का जोश और बढ़ा दिया है। नंदुरबार में एक सभा को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि आप दो दिसंबर को जिम्मेदारी लो अगले 5 साल की जिम्मेदारी देवा भाऊ की है।
शिंदे ने विपक्ष पर बोला हमला
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी नाशिक और अहिल्यानगर में अपने भाषणों में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तो कॉमन मैन था। अब डीसीएम हूं तो डेडिकेटेड कॉमन मैन हूं। सरकार की योजनाओं ने राज्यों के कस्बों और छोटे शहरों में विकास की नई लकीर खींची है। शिंदे की सभाओं में युवा वर्ग की खास उपस्थिति देखने को मिली।
अजित पवार ने गिनाए विकास के कार्य
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि इन चुनावों का सीधा असर लोगों के रोजमर्रा के जीवन पर पड़ता है। वे लगातार ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में सभाएं कर रहे हैं, जहां उन्होंने स्थानीय मुद्दों को उठाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन में मुझ पर कई आरोप लगे लेकिन मैं हिला नहीं। ऐसे ही आपको चुनाव में विपक्ष को दिखाना है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल भी चुनावी रैलियों में आक्रामक अंदाज में दिखाई दे रहे हैं। सपकाल ने स्थानीय समस्याओं, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं को अपने भाषणों का मुख्य केंद्र में रखा है। सपकाल मुख्यमंत्री फडणवीस पर भी लगातार निशाना साध रहे हैं। फिलहाल चुनाव प्रचार से ठाकरे बंधू दूर ही हैं। अभी तक उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की तरफ से स्थानीय चुनावों के लिए कोई भी सभा या कैंपेनिंग की शुरुआत नहीं हुई है।
राज्य में चुनावी शोर बढ़ा, प्रत्याशियों में उत्साह
जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे राज्य का राजनीतिक तापमान लगातार ऊपर जा रहा है। शहरों से लेकर कस्बों तक हर जगह चुनावी पोस्टर, रैलियां और डोर-टू-डोर कैंपेनिंग तेज हो गई है। प्रत्याशियों से लेकर दलों की रणनीतिक टीमों ने पूरी ताकत झोंक दी है। अगले कुछ दिनों में और भी बड़े नेताओं के दौरे होने की संभावना है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसके विकास मॉडल पर मुहर लगाती है।
Created On :   24 Nov 2025 8:35 PM IST












