Mumbai News: सचिन सावंत ने कहा - राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी निंदनीय, मर्यादा में रहें मनोज जरांगे

सचिन सावंत ने कहा - राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी निंदनीय, मर्यादा में रहें मनोज जरांगे
  • जरांगे ने राहुल को बोला था दिल्ली का लाल चेहरे वाला
  • पंजाब और गुजरात की तरह महाराष्ट्र के किसानों को भी मिले मदद

Mumbai News. मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे-पाटील द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी पर बवाल हो गया है। प्रदेश कांग्रेस ने जरांगे-पाटील के बयान की तीव्र निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि जरांगे द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा मराठा समाज की गरिमा के अनुरूप नहीं है और इससे समाज की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने जरांगे को मर्यादा में रहकर बयानबाजी करने की सलाह दी है। दरअसल जरांगे ने अपने एक बयान में राहुल गांधी को दिल्ली का लाल चेहरे वाला बताया था।

सावंत ने कहा कि राहुल गांधी पर सवाल उठाने वाले जरांगे-पाटील पहले ये पता करें कि राहुल ने ही जातिगत जनगणना और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा हटाने की मांग उठाई है। जिससे मराठा समाज को आरक्षण दिलाने का मार्ग खुल सकता है। ऐसे में जरांगे द्वारा की गई भाषा न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि आरक्षण की लड़ाई को एक निम्न स्तर पर लेकर जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसी के साथ अन्याय किए बिना मराठा समाज को आरक्षण दिलाने के पक्ष में रही है। हमारे आंदोलन में मर्यादा, संविधान और संस्कृति आचरण हमेशा प्राथमिक रहे हैं। सावंत ने याद दिलाया कि मराठा समाज की महिलाओं ने अपने 58 मूक मोर्चों से पूरे देश के लिए एक आदर्श पेश किया था। अब जरांगे के बयानों से इस आंदोलन में राजनीति की गंध आने लगी है, जो पहले नहीं थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी एक जाति या धर्म की पार्टी नहीं, बल्कि सभी की पार्टी है, और हमारे शब्दकोश में जुमलेबाजी, फरेब और झूठे जीआर जैसी कोई जगह नहीं है।

पंजाब और गुजरात की तरह महाराष्ट्र के किसानों को भी मिले मदद

सचिन सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में लगातार बदलते मौसम, भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं से किसानों की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। ऐसे हालात में हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि पंजाब और गुजरात के किसानों को जिस प्रकार से तत्काल राहत और मुआवजा दिया गया, वैसे ही महाराष्ट्र के किसानों को भी मदद की जाए। उन्होंने कहा कि फसलों को भारी नुकसान, कर्ज का बोझ और सरकारी उदासीनता के कारण महाराष्ट्र का किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो रहा है। जबकि अन्य राज्यों में किसानों के नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुरंत सर्वे कर के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर रहे हैं। केंद्र सरकार को इस दोहरे मापदंड से बचने की जरुरत है।

Created On :   6 Oct 2025 7:36 PM IST

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