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परियोजना: प्रधानमंत्री ने 77 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि की परियोजनाओं की रखी आधारशिला
डिजिटल डेस्क, मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी पर तीखाहमला बोला। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने विकास और यहां की जनता की भलाई पर हमेशा ब्रेक लगाने की कोशिश की है। कुछ लोग महाराष्ट्र को पीछे रखना चाहते हैं। लेकिनमहाराष्ट्र का विकास मेरी बड़ी प्राथमिकता है। भारत की प्रगति में महाराष्ट्र बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। केंद्र की एनडीए और महाराष्ट्र की महायुति सरकार महाराष्ट्र को देश में सबसे आगे ले जाना चाहती है। इसलिए मेरा प्रदेश के लोगों से कहना है कि महायुति सरकार पर अपना आशीर्वाद बनाए रखिए। शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने पालघर के सिडको मैदान में वाढवण बंदरगाह की आधारशिला रखी और देश भर की विभिन्न मत्यपालन परियोजनाओं का उद्धाटन और नींव भी रखी। इसमें वाढवण बंदरगाह समेत 77 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि की विभिन्न परियोजनाएंहैं। डहाणू शहर के पास बनने वाले वाढवण बंदरगाह के पहले चरण का काम साल 2029 तक पूरा हो जाएगा।पालघर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मत्स्यपालन,पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन,मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार समेत अन्य मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वाढवण बंदरगाह पर 76 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस बंदरगाह परियोजना से 12 लाख रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। उन्होंने कहा कि भारत को कई वर्षों से दुनिया के साथ व्यापार के लिए एक बड़े और आधुनिक बंदरगाह की जरूरत थी। महाराष्ट्र का पालघर इसके लिए उपयुक्त जगह है। लेकिन पालघर में बंदरगाह बनाने के काम को 60 सालों तक विपक्ष ने लटकाए रखा। 2014 में प्रदेश की भाजपा सरकार ने बंदरगाह के लिए काम शुरू किया था। लेकिन 2020 में महाविकास आघाड़ी सरकार होने के कारण परियोजना का काम शुरू नहीं हो पाया। वाढवण बंदरगाह देश का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह होगा। मोदी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते दिनों रायगड के दिघी बंदरगाह के औद्योगिक विकास क्षेत्र को भी मंजूरीदी है।
नारी सशक्तिकरण में महाराष्ट्र देश को दिखा रहा दिशा
पीएम मोदी ने कहा किनारी सशक्तिकरण में महाराष्ट्र देश को दिशा दिखा रहा है। यहां उच्च पदों पर महिलाएंशानदार काम कर रही हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार मुख्य सचिव के रूप में सुजाता सौनिक काम कर रही हैं। महाराष्ट्र की पुलिस महानिदेशक रश्मी शुक्ला हैं। अंडरग्राउंड मेट्रो-3 परियोजना की एमडी अश्विनी भिड़े, राज्य के वन फोर्स की प्रमुख के रूप में शोमिता बिस्वास, कानून विभाग के प्रमुख के रूप में सुवर्णा केवले, राज्य की प्रधान महालेखाकार जया भगत, मुंबई में कस्टम विभाग का नेतृत्व प्राची स्वरूप, महाराष्ट्र हेल्थ यूनिवर्सिटी की कुलगुरु के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल डॉक्टर माधुरी कानिटकर, महाराष्ट्र के कौशल्य विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप में डॉक्टर अपूर्वा पालकर काम कर रही हैं।
पालघर में बने नया हवाई अड्डा
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पालघर में नया हवाई अड्डा स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार को सुझाव दिया।जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुझे विश्वास है कि पालघर के हवाई अड्डे के लिए केंद्र सरकार सकारात्मक विचार करेगी।
कालेधन के प्रसार को रोका, शहर और गांव के बीच की खाई पाटी
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में कहा कि इस क्षेत्र में पिछले दस वर्षों में 31 अरब डॉलर का निवेश हुआ है। इसके अलावा सरकार वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत कदम उठा रही है। फिनटेक क्षेत्र के विकास से कालेधन के प्रसार पर भी रोक लगी है। इसके कारण शहर और गांव के बीच की खाई कम हुई है।
कांग्रेस नेताओंको घर से निकलने नहीं दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंबई दौरे के अवसर परमुंबई कांग्रेस के नेताओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले में काला झंडा दिखाने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद एक दर्जन से ज्यादा कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने शुक्रवार सुबह उनके घर से निकलने ही नहीं दिया। इसमें मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, भाई जगताप, असलम शेख, नसीम खान और दूसरे बड़े नेताओं का समावेश है। हालांकि कुछ कार्यकर्ता बीकेसी तक पहुंच गए और उन्होंने पीएम मोदी से माफी की मांग को लेकर काले झंडों के साथ प्रदर्शन किया।
माफी से काम नहीं चलेगा, सत्ता छोड़े महायुति
नाना पटोले, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माफी मांगकर चूक स्वीकार की है। माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। इस घटना से महाराष्ट्र के स्वाभिमान को ठेस पहुंची है। इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार को सत्ता छोड़ देना चाहिए।
मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं: नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधुदुर्ग के मालवण तहसील में स्थित राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना पर माफी मांगी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने पालघर के सिडको मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए शिवाजी महाराज आराध्य देवता हैं। पिछले दिनों सिंधुदुर्ग के मालवण में जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं सिर झुकाकर मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महराज के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं। मोदी ने कहा कि जो लोग शिवाजी महाराज को आराध्य देव मानते हैं, उनके दिल को जो गहरी चोट पहुंची है। मैं ऐसे आराध्य देव की पूजा करने वालों से भी सिर झुकाकर क्षमा मांगता हूं।पीएम मोदी ने कहा कि जबसाल 2013 में भाजपा ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया था, तब मैंने सबसे पहले रायगड के किले पर शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठकर प्रार्थना की थी। मैंने शिवाजी महाराज का आशीर्वाद लेकर राष्ट्र सेवा की एक नई यात्रा का आरंभ किया था। मोदी ने कहा कि हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत और महाराष्ट्र की धरती के लाल स्वातंत्र्यवीर सावरकर को अनाप-शनाप कहते रहें, अपमानित करते रहें और देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते रहें। वीर सावरकर को गालियां देने के बावजूदवो माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। अदालतों में जाकर लड़ाई लड़ते हैं। इसके पहलेगत 26 अगस्त को मालवण के राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फुट ऊंची प्रतिमा ढह गई थी। इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री ने ही नौसेना दिवस के मौके पर पिछले साल 4 दिसंबर को किया था। इस घटना के बाद से विपक्ष के गठबंधन महाविकास आघाड़ी सरकार के खिलाफ आक्रामक है। बीते 29 अगस्तको मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिमा ढहने की घटना पर माफी मांगी थी। जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने 28 अगस्त को ही प्रदेश की जनता से माफी मांग ली थी।
Created On :   30 Aug 2024 9:05 PM IST