गिर रहे भाव: केसर, तोतापुरी और बदामी की बाजार में दस्तक, एपीएमसी में बढ़ी आम की आवक

केसर, तोतापुरी और बदामी की बाजार में दस्तक, एपीएमसी में बढ़ी आम की आवक
  • जून तक बना रहेगा आम का सीजन
  • भाव में लगातार आ रही गिरावट
  • एपीएमसी में बढ़ी आम की आवक

डिजिटल डेस्क, मुंबई, रमाकांत पांडेय। मुंबई कृषि उत्पन्न बाजार समिति (एपीएमसी) के फल मंडी में तीन दिन से हापुस की आवक बढ़ने के साथ ही भाव में भी गिरावट आ गई है। शनिवार को कोंकण और दक्षिण भारत से कुल 68,716 पेटी की आवक हुई है। व्यापारियों का कहना है कि गुढी पाडवा तक एक लाख पेटी का लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है। कोंकण से हापुस की आवक 54,710 पेटी और दक्षिण भारत से 14,006 पेटी आम की आवक दर्ज हुई है। इसके साथ ही केसर, तोतापुरी और बदामी आम ने भी बाजार में दस्तक दे दी है।

एपीएमसी के मुताबिक, फलों की आवक जितनी भी हो रही है, उसमें आधा से ज्यादा आम की हो रही है। गुरुवार को कोंकण से 55,147 पेटी हापुस और अन्य राज्यों से 13,805 पेटी अन्य आमों की आवक हुई थी, जबकि शुक्रवार को 53,645 पेटी हापुस और 14,846 पेटी दक्षिण भारत से आम की आवक हुई थी। शनिवार को कोंकण और दक्षिण राज्य से कुल 68,714 पेटी आम की आवक हुई है। इस तरह से रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगड जिले से हापुस की बड़ी आवक शुरू हो गई है। कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश से कर्नाटक हापुस, बादामी, तोतापुरी और केसर आम की आवक शुरू हो गई है। पूर्व संचालक बालासाहेब बेंडे ने बताया कि इस समय फल बाजार में आम की आवक भारी मात्रा में हो रही है, यानि इन दिनों फल मंडी पूरी तरह आम से पट गया है। हालांकि व्यापारियों का अनुमान है कि जून माह तक आम का सीजन बना रहेगा।

भाव में गिरावट आई

बेंडे ने बताया कि फल बाजार में हापुस की आवक बढ़ने के साथ ही भाव में भी गिरावट दर्ज हुई है। हापुस 300 से लेकर 800 रुपए प्रति दर्जन के भाव से बिक रहा है, जबकि अभी पिछले सप्ताह 500 से 1,000 रुपए दर्जन की दर से बिक रहा था। कर्नाटक हापुस 80 से 120 रुपए प्रति किलो की दर से उपलब्ध है। बादामी 60 से 80, तोतापुरी 50 रुपए और केसर 140 से 180 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।

होली से ही बढ़ गई आवक

बालासाहेब बेंडे ने बताया कि हर साल गुढी पाडवा से हापुस आम की आवक बढ़ जाती थी, लेकिन इस वर्ष होली से ही आवक बढ़ गई है। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि गुढी पाडवा तक एक लाख पेटी का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। आम लेकर आने वाले वाहनों के लिए बाजार समिति में अलग से गेट की व्यवस्था की गई है। आधी रात से सुबह तक आम की सभी गाड़ियों को बाजार में लाने की व्यवस्था की गई है।

Created On :   31 March 2024 2:39 PM GMT

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