मुंबई: स्क्रैप पॉलिसी - लावारिस खटारा वाहनों से मिलेगी शहर को मुक्ति, स्वच्छता में होगी सहायक

स्क्रैप पॉलिसी - लावारिस खटारा वाहनों से मिलेगी शहर को मुक्ति, स्वच्छता में होगी सहायक
  • पुराने वाहनों को ठिकाने लगाने मनपा बनाएगी स्क्रैप यार्ड
  • कमाई का नया जरिया खोजने में लगी मनपा

डिजिटल डेस्क, मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। शहर में सड़कों के किनारे, पुलों के नीचे, पुलिस स्टेशन कंपाउंड और खुले मैदान आदि में हजारों की संख्या में पड़े पुराने वाहनों (भंगार/खटारा) को ठिकाने लगाने के लिए मुंबई महानगरपालिका (मनपा) ने स्क्रैपयार्ड बनाने का निर्णय लिया है। इस स्क्रैपयार्ड में वाहनों को डिस्मेंटल कर मनपा ने अतिरिक्त आय प्राप्त करने का निर्णय लिया है। बीएमसी उपायुक्त अतिक्रमण निष्कासन रमेश पवार ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले वर्ष स्क्रैप पॉलिसी के लिए दिशा-निर्देश जारी किया था। इसमें खटारा, भंगार हो चुके वाहनों का निपटारा करने के लिए वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में स्क्रैपयार्ड बनाने की घोषणा की है। स्क्रैप यार्ड बनाने के लिए अगले कुछ दिनों में ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा। खटारा हो चुके वाहनों का वैज्ञानिक तरीके से निपटारा करने से मनपा को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।

सुंदरता निखारने के साथ आय का नया जरिया

मुंबई के चुंगी नाके बंद होने और 500 वर्गफीट वाले फ्लैटों के लिए संपत्ति कर माफ करने से मनपा को अतिरिक्त आय के स्रोत तलाशने पड़ रहे हैं। मुंबई में बड़ी संख्या में भंगार वाहन सड़कों के किनारे और खाली भूमि पर वर्षों से धूल खाते सड़ जाते हैं। बाद में इनका कोई उपयोग नहीं होता था और कीमत भी नहीं मिलती थी। इसके साथ ही यह शहर की स्वच्छता और सुंदरता में भी दाग लगाते हैं। ऐसे खटारा वाहनों को नीलाम करके मनपा की आय में इजाफा हो सकता है।

सीएम शिंदे ने दिया था आदेश

मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डीप क्लीनिंग अभियान शुरु किया है। इस अभियान के तहत सड़कों के किनारे पड़े भंगार वाहनों को हटाने का उन्होंने आदेश दिया था। लेकिन मनपा अधिकारियों के सामने यह चुनौती थी कि वाहनों को हटाकर रखे कहां। मुंबई में बनाई गई पर्यावरण कमेटी ने भंगार वाहनों को रिसाइकल करने का सुझाव दिया था। इसके बाद मनपा अब खुद ही स्क्रैप यार्ड बनाकर वाहनों को रिसाइकल करेगी।

पुराने वाहनों के निपटान में सहायक

मुंबई महानगरपालिका के पास अपने खुद के 722 वाहन हैं। पुराने वाहनों की जगह नए वाहन खरीदे जाते हैं। इसलिए पुराने वाहन वर्षों तक एक ही जगह पड़े रहते हैं। मुंबई की सोसायटियों, खाली जगह, पुलों के नीचे, निजी भूमि और सरकारी जमीन पर भी भंगार वाहन खड़े दिए जाते हैं। इनमें कार, दुपहिया वाहन, टैंकर, ट्रक, बस आदि खड़े कर दिए जाते हैं। इसके अलावा मुंबई ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़कों से उठाए गए वाहनों को चौकियों पर रखा जाता है। स्थानीय पुलिस स्टेशन में दुर्घटना ग्रस्त वाहन, चोरी के बरामद वाहन, केस चलने के कारण पुलिस स्टेशन परिसर में वर्षो तक सड़ते रहते हैं। ऐसे पुराने वाहनों के निपटान में मनपा का स्क्रैपयार्ड बहुत सहायक हो सकता है।

फिटनेस समाप्त हुई गाड़ियों के निस्तारण में मदद

अधिकारी ने बताया कि एक बार स्क्रैप यार्ड तैयार होने के बाद फिटनेस में आउट डेटेड हो चुके वाहनों का भी निस्तारण किया जा सकेगा। इन वाहनों को भंगार में बेचने पर उन्हें उनकी सही कीमत नहीं मिल पाती है। ऐसे में भंगार वाहनों को कहीं भी खड़ा कर दिया जाता है। बीएमसी के अंतर्गत आने वाले बेस्ट उपक्रम की पुरानी बसों को भी स्क्रैपयार्ड में ही निपटाया जा सकेगा। अधिकारी ने कहा कि स्क्रैप यार्ड के लिए ग्लोबल टेंडर जारी होने के बाद खटारा हो चुके कितने वाहन हैं इसकी जानकारी निकाली जाएगी। स्क्रैप यार्ड के लिए बीएमसी जगह की व्यवस्था करेगी।

संदीप बडगुजर, पुलिस इंस्पेक्टर, मुंबई ट्रैफिक विभाग के मुताबिक विभिन्न कारणों से विभाग ने दिसंबर 2023 तक 3,901 भंगार वाहन मनपा की जमीन और पुलों के नीचे रखे हैं। कानूनी पेचीदगी के कारण इन्हें बेचा नहीं जा सकता। डीप क्लीनिंग अभियान के तहत भी हमने सड़कों के किनारे से सैकड़ों वाहन उठाए हैं।


Created On :   6 Feb 2024 11:59 AM GMT

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