सेहत: सर्जरी से 21 किलो वजन हुआ कम, ले पा रही है खुलकर सांस, बन सकेगी फिर से मां

सर्जरी से 21 किलो वजन हुआ कम, ले पा रही है खुलकर सांस, बन सकेगी फिर से मां
  • बैरियाट्रिक सर्जरी से महिला को मिली कई बीमारियों से राहत
  • संतान सुख न मिलने से रहती थी परेशान
  • मोटापा कम होने से ले रही सुकून की सांस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मोटापा के कारण उच्च रक्तचाप, प्रजननसंबंधी समस्या, एव्हस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) आदि कई बीमारियों से पीड़ित 30 वर्षीय महिला को एक सर्जरी से नई जिंदगी मिल पाई है। इस महिला पर डॉक्टरों द्वारा की गई रुक्स-एन-वाई गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से करीब 21 किलो वजन कम हो पाया है। वजन कम होने के साथ-साथ इस महिला को कई बीमारी से राहत भी मिल पाई है। मुंबई के अंधेरी में रहनेवाली श्रुति (बदला हुआ नाम) की शादी हुए पांच साल से ज्यादा का समय बीत गया है। आईवीएफ चक्रों के बाद वह मां तो बनी लेकिन संतान सुख की खुशी ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाई।

गर्भावस्था के पहले महीने में ही एक बच्चे को खो दिया और डिलीवरी से कुछ दिन पहले ही दूसरे बच्चे को भी खो दिया। बच्चों को खोने के बाद श्रुति की सेहत भी बिगड़ गई। उनका वजन 122 किलो ग्राम तक पहुंच गया। वजन बढने के कारण उसे स्वास्थ्य समस्या होने लगी। इसी कारण वह कोविड की चपेट में आ गई। उपचार के दौरान लंबे समय तक स्टेरॉयड के इस्तेमाल से कूल्हे में एवैस्कुलर नेक्रोसिस का निदान हुआ, जिसके कारण बहुत कम उम्र में उन्हें हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी करानी पड़ी।

पेट का आकार कम किया गया महिला का इलाज करने वाली बैरियाट्रिक सर्जन : डॉ. अपर्णा गोविल भास्कर ने बताया कि मोटापा के कारण महिला को सांस लेने में कठिनाई, उच्च रक्तचाप, कूल्हे और पैर में गंभीर दर्द हो रहा था। ऐसी स्थिति में तुरुंत इलाज करना जरूरी था। इसलिए महिला की रुक्स-एन-वाई गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की गई। इस सर्जरी से पेट का आकार कम हो जाता है और छोटी आंत को पेट की छोटी थैली बदल दी ाहै, जिससे शरीर के हार्मोनल वातावरण में बदलाव आता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन और ब्लड शुगर नियंत्रण में सुधार होता है।

महिला फिर से गर्भधारण कर पाएगी : डॉ. अपर्णा ने बताया कि सर्जरी के बाद महिला का 21 किलो वजन कम कर दिया गया। अब महिला का वजन 101 किलो है। महिला अब बेहतर तरीके से सांस ले सकती है और बाएं कूल्हे में दर्द कम हुआ है। दवा की आवश्यकता के बिना महिला का रक्तचाप सामान्य हो गया है। उन्होंने बताया कि अगले 6 से 8 महीनों में और 12 से 15 किलो वजन कम होने की उम्मीद है। कूल्हे की समस्या ठीक होने के बाद लगभग एक साल में फिर से महिला गर्भधारणा की योजना बना सकती है।

Created On :   9 July 2024 2:06 PM GMT

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