सौगात: पश्चिम रेलवे को मिलीदेश की पहली वंदे मेट्रोलोकल, आईसीएफ से पहुंची साबरमती

पश्चिम रेलवे को मिलीदेश की पहली वंदे मेट्रोलोकल, आईसीएफ से पहुंची साबरमती
  • ईएमयू के 12 रैक आईसीएफ में तैयार
  • मुंबई में जल्द चलेगी वंदे मेट्रो लोकल

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। मुंबई के उपनगरीय मार्ग पर जल्द ही वंदे मेट्रो लोकल ट्रेन चलेगी। चेन्नई स्थित इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में वंदे मेट्रो लोकल के 12 ईएमयू रेक तैयार हो चुके हैं। ये रेक वर्तमान में उपनगरीय मार्ग पर चल रही साधारण लोकल ट्रेनों की जगह पर आएंगी। वातानुकूलित वंदे भारत उपनगरीय ट्रेनों में ऑटोमेटिक डोर क्लोजिंग सिस्टम और पूरी तरह से वेस्टिब्यूल कोच होंगे। वैसेपश्चिम रेलवे के लिए पहली वंदे मेट्रो लोकल आईसीएफ से निकल चुकी है।

एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि वंदे मेट्रो के दो वर्जन है। एक वंदे मेट्रो ईएमयू है जो कि उपनगरीय मार्ग के लिए जबकि दूसरी वंदे मेट्रो मेमू (मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) है, जिसे दो शहरों के बीच चलाने के लिए तैयार किया गया है। चेन्नई के आईसीएफ से पहली वंदे मेट्रो मेमू पश्चिम रेलवे के लिए निकल चुकी है। इस रैक को अहमदाबाद में चलाने की योजना है। यह रेक साबरमती में पहुंच गई। अधिकारी ने बताया मुंबई के उपनगरीय मार्ग पर भी वंदे मेट्रो लोकल चलाने की योजना है। मेमू वंदे मेट्रो को एक शहर से दूसरे शहर को जोड़ने के लिए बनाया गया है।

वंदे मेट्रो की विशेषताएं

12 कोच की होगी, एसी मेमू और वंदे भारत मेट्रो सुविधा से लैस

110 से 130 किमी प्रति घंटा की गति से दौड़ेगी

कोच एक दूसरे से जुड़े होंगे

हर कोच में 100 यात्रियों के बैठने की क्षमता

200 यात्री खड़े होकर कर सकेंगे सफर

वंदे भारत उपनगरीय लोकल की खासियत

ऑटोमेटिक डोर क्लोजिंग सिस्टम और वेस्टिब्यूल कोच

वातानुकूलित श्रेणी के होंगे कोच

दोनों सिरों पर अलग एसी वेंडर कंपार्टमेंट

बैठने की व्यवस्था ईएमयू ट्रेनों और मॉड्यूलर एर्गोनॉमिक्स के अनुसार

बुजुर्ग, महिला, दिव्यांगों के लिए कोच निर्धारित

ऊर्जा कुशल एलईडी लाइट, बड़े डिजिटल डिस्प्ले पैनल

यात्रियों के लिए इंफोटेनमेंट की व्यवस्था होगी

आपातकालीन निकासी प्रणाली

सीसीटीवी निगरानी और यात्री टॉक बैक सिस्टम

Created On :   11 Aug 2024 10:01 PM IST

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