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किसान को मृत बताकर बेच डाली 3 एकड़ जमीन
- संपत्ति से हाथ धो बैठा किसान दर-दर लगा रहा गुहार
- किसान को मृत बताकर बेच डाली 3 एकड़ जमीन
डिजिटल डेस्क, नागपुर. काटोल तहसील के सोनोली गांव में एक किसान के साथ धोखाधड़ी कर खेत बेचने का मामला सामने आया है। धोखाधड़ी का शिकार और उसी के गांव के दूसरे व्यक्ति का नाम एक समान है। संयोगवश दोनाें के पिता का नाम भी एक समान है। समान नाम के व्यक्ति मरने के बाद उसका मृत्यु प्रमाणपत्र जोड़कर 3 एकड़ खेती बेच दी गई। इस बात की भनक लगने पर अपने खेत से हाथ धो बैठा किसान न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। उसने पुलिस, तहसीलदार, जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, यहां तक कि, गृह मंत्री को भी पत्र लिखे। कहीं भी उसकी सुनवाई न होने पर उसने अपनी व्यथा बयां की।
दूसरे के मृत्यु प्रमाणपत्र पर बिक्री
काटोल तहसील के सोनोली निवास भीमराव गायकवाड़ ने बताया कि, पैतृक गांव मौजा नांदा रिठी में उसकी 1.29 आर खेती है। पिता पांडुरंग मुकुंदा गायकवाड़ कोतवाल थे। उन्हें सरकार से तोहफे में मिली कोतवाली डूंगा जमीन है। मेरे ही गांव में दूसरा एक व्यक्ति रहता था। उसका भी नाम भीमराव पांडुरंग गायकवाड़ था। कुछ दिन पहले उसकी मृत्यु हो गई। उसका मृत्यु प्रमाणपत्र जोड़कर उसकी पत्नी व बेटे को रजिस्ट्रार कार्यालय में खड़ा कर मेरे खेत की बिक्री की गई। मेरे छोटे भाई को साथ लेकर यह कारनामा किया गया।
5 साल से गांव जाना-आना नहीं :उन्हाेंने बताया कि, मैं रोजगार के लिए शहर में स्थानांतरित हुआ। गत 5 साल से मेरा गांव जाना-आना नहीं है। मौके का फायदा उठाकर गांव के कुछ लोगों ने मेरे ही गांव में रहने वाले मृतक भीमराव गायकवाड़ का मृत्यु प्रमाणपत्र जोड़कर मेरा खेत अन्य 2 लोगों को बेच दिया। इस बात की भनक लगने पर मैंने संपूर्ण दस्तावेज जमा किए। दस्तावेजों के सबूत के साथ पुलिस से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी से पत्रव्यवहार किया है। अभी तक कहीं से कोई प्रतिसाद नहीं मिला।
पटवारी से प्रतिसाद नहीं : भीमराव ने बताया कि, स्थानीय पटवारी को सारी कहानी बताई। उन्होंने बाद में मिलने के लिए कहा। उसके बाद मिलने के लिए कई बार फोन पर संपर्क किया। हर बार आज यहां हूं, कल वहां हूं, यही जवाब मिल रहा है। प्रकरण की सच्चाई जानने के लिए हमने भी फोन पर संपर्क किया, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला।
फर्जीवाड़े की जांंच करने का
पुलिस को अधिकार
राजू रणवीर, तहसीलदार, काटोल तहसील के मुताबिक खेत की बिक्री में फर्जीवाड़ा होने पर उसकी जांच करने का पुलिस को अधिकार है। जिसके साथ धोखाधड़ी हुई, उसे पुलिस में शिकायत करनी चाहिए। पुलिस जांच में दोषी पाए जाने पर गुनाह दर्ज किया जाएगा। उसके आधार पर बिक्री रद्द करने के लिए अदालत में अर्जी की जा सकती है।
Created On :   1 Sept 2023 6:52 PM IST